राज्य
25-Dec-2025
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:: आगरा-मुंबई मार्ग अब अटल मार्ग के नाम से जाना जाएगा; एमआईसी बैठक में नामकरण और विकास के कई प्रस्ताव पारित :: इंदौर (ईएमएस)। भारत रत्न, पूर्व प्रधानमंत्री एवं राष्ट्रकवि अटल बिहारी वाजपेयी की 101वीं जयंती (जन्म शताब्दी वर्ष) के अवसर पर नगर परिषद सभागृह में सुशासन सम्मेलन का भव्य आयोजन किया गया। कार्यक्रम का शुभारंभ अटल जी के चित्र पर पुष्पांजलि अर्पित कर किया गया, जहाँ वक्ताओं ने उनके कृतित्व और सुशासन की अवधारणा पर प्रकाश डाला। इस अवसर पर राष्ट्रकवि सत्यनारायण सत्तन ने अटल जी के व्यक्तित्व को परिभाषित करते हुए कहा कि रीति, नीति, परमार्थ और दया का समन्वय उनके जीवन में समाहित था। वे राष्ट्र की वह चेतना थे, जिन्होंने वैश्विक मंच पर भारत के मान-सम्मान को नई ऊंचाइयों तक पहुँचाया। सम्मेलन को संबोधित करते हुए महापौर पुष्यमित्र भार्गव ने कहा कि अटल जी के विचारों को धरातल पर उतारना ही सुशासन की सच्ची कसौटी है। उन्होंने हिंदी भाषा को विश्व पटल पर गौरवान्वित किया और सुशासन का ऐसा उदाहरण पेश किया जो आज भी मार्गदर्शक है। महापौर ने इस अवसर पर नगर निगम की विशेष एमआईसी बैठक में लिए गए ऐतिहासिक निर्णयों की जानकारी साझा की। उन्होंने बताया कि आगरा-मुंबई मार्ग का नामकरण अब ‘अटल बिहारी वाजपेयी मार्ग’ किया जाएगा। इसके साथ ही नगर निगम परिषद सभागृह का नाम बदलकर ‘अटल सदन’ रखने और अन्नपूर्णा से सुदामा नगर लिंक रोड पर अटल जी की 25 फीट ऊँची भव्य प्रतिमा स्थापित करने का प्रस्ताव सर्वसम्मति से पारित किया गया है। कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य अटल जी के आदर्शों और सुशासन की अवधारणा से जनप्रतिनिधियों और नागरिकों को अवगत कराकर उन्हें जनसेवा के लिए प्रेरित करना रहा। सम्मेलन के दौरान वक्ताओं ने अटल जी के कालजयी कविताओं और उनके राजनीतिक शुचिता के सिद्धांतों को याद किया। कार्यक्रम का कुशल संचालन सचेतक कमल वाघेला ने किया, जबकि अंत में आभार प्रदर्शन स्वास्थ्य प्रभारी अश्विनी शुक्ल द्वारा किया गया। इस अवसर पर बड़ी संख्या में पार्षदगण, निगम अधिकारी और गणमान्य नागरिक उपस्थित रहे, जिन्होंने सुशासन के संकल्प को दोहराया। प्रकाश/25 दिसम्बर 2025