- माशिमं ने तेज की इम्तिहान की तैयारियां,जनवरी के पहले हफ्ते में तय हो जाएंगे जिले के परीक्षा केंद्र जबलपुर, (ईएमएस)। माध्यमिक शिक्षा मंडल (माशिमं) की 10वीं और 12वीं की बोर्ड परीक्षाओं को नकल से दूर रखने और पारदर्शी बनाने के लिए इस बार प्रशासन ने कमर कस ली है। आगामी 7 फरवरी से शुरू हो रही परीक्षाओं में नकल माफिया और पेपर लीक जैसी घटनाओं पर लगाम लगाने के लिए फ्लाइंग स्कवॉड (उड़नदस्ता) को पहले से कहीं अधिक शक्तिशाली बनाया गया है। इस वर्ष उड़नदस्ता टीमों में केवल शिक्षा विभाग के अधिकारी ही नहीं, बल्कि सेवानिवृत्त पुलिस अधिकारियों और कलेक्टर प्रतिनिधियों को भी शामिल किया गया है। यह सख्त कदम परीक्षा केंद्रों पर अनुशासन बनाए रखने और किसी भी बाहरी हस्तक्षेप को रोकने के लिए उठाया गया है। नई तकनीक और ऐप से होगी निगरानी............. इस बार मंडल ने तकनीक का सहारा लेते हुए परीक्षा संचालन की पूरी प्रक्रिया को ऑनलाइन कर दिया है। एक विशेष मोबाइल ऐप के माध्यम से प्रश्नपत्रों के पैकेट खुलने से लेकर उत्तरपुस्तिकाओं की सीलिंग और उन्हें समन्वय केंद्रों तक पहुँचाने तक की रीयल-टाइम ट्रैकिंग की जाएगी। माध्यमिक शिक्षा मंडल में एक अत्याधुनिक कंट्रोल रूम स्थापित किया गया है, जहाँ से प्रदेश के सभी 3,856 केंद्रों की निगरानी की जाएगी। विशेष रूप से गणित, अंग्रेजी, फिजिक्स और केमिस्ट्री जैसे महत्वपूर्ण विषयों की परीक्षा के दौरान केंद्रों पर वीडियोग्राफी भी अनिवार्य की गई है। इसके अलावा, केंद्र के भीतर मोबाइल फोन का प्रवेश पूरी तरह वर्जित रहेगा और संवेदनशील केंद्रों पर जैमर लगाए जाएंगे ताकि इंटरनेट के माध्यम से पेपर लीक की किसी भी कोशिश को नाकाम किया जा सके। -संवेदनशील केंद्रों पर प्रशासन की सीधी नजर...... जिले में चिह्नित किए गए संवेदनशील और अति संवेदनशील परीक्षा केंद्रों पर प्रशासन की विशेष नजर रहेगी। इन केंद्रों पर कलेक्टर द्वारा नियुक्त विशेष पर्यवेक्षक परीक्षा शुरू होने से 30 मिनट पहले अपनी उपस्थिति दर्ज कराएंगे। उनकी उपस्थिति की ऑनलाइन ट्रैकिंग भी ऐप के माध्यम से की जाएगी। शिक्षा विभाग के अधिकारियों अनुसार, केंद्रों के निर्धारण की प्रक्रिया अब अंतिम चरण में है। उड़नदस्ता टीमों को निर्देश दिए गए हैं कि वे परीक्षा के दौरान अचानक निरीक्षण करें और किसी भी संदिग्ध गतिविधि पर तत्काल कार्रवाई करें। पुलिस बल की मौजूदगी से केंद्रों के बाहर भीड़ जमा होने और नकल सामग्री पहुँचाने जैसी गतिविधियों पर पूरी तरह रोक लगने की उम्मीद है। मंडल का मुख्य उद्देश्य यह सुनिश्चित करना है कि मेधावी छात्रों की मेहनत बेकार न जाए और परीक्षा पूरी तरह निष्पक्ष माहौल में संपन्न हो। अजय पाठक / मोनिका / 26 दिसंबर 2025