:: महापौर पुष्यमित्र भार्गव ने साझा किए क्लीन-ग्रीन-सोलर मॉडल के अनुभव, हुबली में लागू होगा इंदौर पैटर्न :: इंदौर (ईएमएस)। देश के सबसे स्वच्छ शहर इंदौर की स्वच्छता व्यवस्था और तकनीकी नवाचारों का अध्ययन करने के लिए कर्नाटक के हुबली शहर से 55 सदस्यीय एक उच्चस्तरीय प्रतिनिधिमंडल इंदौर पहुँचा। हुबली-धारवाड़ नगर निगम की महापौर श्रीमती ज्योति विनय पाटिल और कमिश्नर डॉ. रुद्रेश गली के नेतृत्व में आए इस दल ने स्मार्ट सिटी कार्यालय में महापौर पुष्यमित्र भार्गव से भेंट की। इस दौरान जनभागीदारी, नवाचार आधारित व्यवस्थाओं और मैदानी स्तर पर प्रभावी क्रियान्वयन के अनुभवों को साझा करते हुए स्वच्छता को सतत रूप देने पर विस्तृत संवाद हुआ। भ्रमण के दौरान प्रतिनिधियों ने इंदौर के कचरा प्रबंधन संयंत्रों, डिजिटल वेस्ट ट्रैकिंग सिस्टम, ग्रीन-सोलर पहल और स्मार्ट सिटी परियोजनाओं का अवलोकन किया। महापौर भार्गव ने बताया कि क्लीन-ग्रीन-सोलर-डिजिटल इंदौर मॉडल की सफलता का मुख्य आधार यहाँ की जागरूक जनता, सतत नवाचार और बेहतर प्रशासनिक समन्वय है। बैठक में महापौर ने महत्वपूर्ण आंकड़े साझा करते हुए बताया कि प्रभावी प्रदूषण नियंत्रण उपायों से शहर के वायु गुणवत्ता सूचकांक में सुधार हुआ है और पीएम स्तर में लगभग 60 प्रतिशत तक की गिरावट दर्ज की गई है। इसके साथ ही, ऊर्जा संरक्षण अभियानों के सुखद परिणाम मिले हैं, जिससे मात्र दो माह में 1.5 करोड़ यूनिट बिजली की बचत हुई है। हुबली के प्रतिनिधिमंडल ने इंदौर की नो-कार डे जैसी गतिविधियों और डिजिटल कचरा प्रबंधन को प्रेरणादायी बताया। महापौर ज्योति विनय पाटिल ने इंदौर के इन प्रयोगों की सराहना करते हुए विश्वास जताया कि वे अपने शहर हुबली में भी इस सफल मॉडल को लागू करने का प्रयास करेंगी। दल ने इंदौर की जनभागीदारी को स्वच्छता के क्षेत्र में दुनिया के लिए एक मिसाल करार दिया। प्रकाश/26 दिसम्बर 2025