राष्ट्रीय
27-Dec-2025
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नई दिल्ली (ईएमएस)। दुनिया का पहला एडवांस्ड एआई एजेंट आईआईटी दिल्ली ने तैयार किया है। यह एआई एजेंट रिसर्च की दिशा और रफ्तार दोनों बदल सकता है। इस एडवांस एआई एजेंट का नाम है एआईएलए, यानी आर्टिफिशियल इंटेलिजेंट लेबोरेट्ररी असिस्टेंट। एआईएलए कोई सामान्य आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस टूल नहीं है, बल्कि यह खुद लैब में कई एक्सपेरिमेंट्स को अंजाम देने की क्षमता रखता है। एआईएलए को तैयार करने में करीब एक साल का वक्त लगा है। इसे तैयार करने वाली टीम का हिस्सा रहे प्रोफेसर एन एम अनूप कृष्णन ने बताया कि इस प्रोजेक्ट में इंडियन रिसर्चर्स के साथ-साथ जर्मनी के दो रिसर्चर्स की भी अहम भूमिका रही। एआईएलए एक रिसर्चर के असिस्टेंट के तौर पर काम करता है। वे सभी टास्क, जिनमें रिसर्चर्स को सबसे ज्यादा समय लगता है, एआईएलए उन्हें बेहद तेज़ी से पूरा कर सकता है। जहां किसी रिसर्चर को एक काम पूरा करने में 7 से 8 घंटे लगते हैं, दावा है कि एआईएलए वहीं काम सिर्फ़ 7 मिनट में कर देता है। एआईएलए को भी चैटजीपीटी की तरह प्रोम्ट दिया जाता है, लेकिन रिजल्ट में फर्क देखने को मिल रहा है। चैटजीपीटी जहां केवल सवालों के जवाब देता है, वहीं एआईएलए एक्सपेरिमेंट के लिए कोडिंग करता है और बिना किसी मानवीय मदद के उसे खुद परफॉर्म भी करता है। अब तक एआईएलए पर 100 एक्सपेरिमेंट्स रन किए जा चुके हैं, जिनमें इसकी एक्युरेसी करीब 80 प्रतिशत तक दर्ज की गई है। एआईएलए हेल्थ, इनवॉयरमेंट, एनर्जी जैसे कई अहम सेक्टर्स में रिसर्च और एक्सपेरिमेंट्स की रफ्तार को कई गुना बढ़ा सकता है। हालांकि, इतनी खूबियों के बावजूद एआईएलए को बनाने वाले रिसर्चर्स यह साफ कहते हैं कि यह तकनीक किसी की नौकरी छीनने के लिए नहीं है। सुदामा नरवरे/27 दिसंबर 2025