- साहिबजादों का जीवन सिखाता है । - कम उम्र में भी महान चेतना और धर्मनिष्ठा संभव है। बिलासपुर (ईएमएस)। अटल बिहारी वाजपेयी विश्वविद्यालय में ‘वीर बाल दिवस’ के अवसर पर गुरु गोविंद सिंह के साहिबजादों की शहादत को समर्पित विशेष संगोष्ठी का आयोजन किया गया। कार्यक्रम की अध्यक्षता कुलपति ए.डी.एन. वाजपेयी ने की, अतिथि के रूप में विक्की सिंह भाटिया, नेहा राटिया, नेहा यादव, मनोज सिन्हा और रेवा कुलश्रेष्ठा उपस्थित रहीं। मंच संचालन आदित्य प्रताप सिंह ने किया। अपने उद्बोधन में कुलपति ने गुरु ग्रंथ साहिब के पवित्र संदेश का उल्लेख करते हुए कहा कि साहिबजादों का जीवन सिखाता है कि आयु और बोध में बड़ा अंतर होता है—कम उम्र में भी महान चेतना और धर्मनिष्ठा संभव है। उन्होंने कहा कि साहिबजादों का बलिदान भारत के जीवन मूल्यों और संस्कारों की रक्षा का अद्वितीय उदाहरण है। सिरसा नदी और अन्य घटनाओं को किया याद कार्यक्रम में बी.कॉम के छात्र अनुराग चौबे ने युवाओं की ओर से विचार रखते हुए कहा कि साहिबजादों की वीरता नई पीढ़ी को सदा प्रेरणा देती रहेगी। मुख्य अतिथियों ने भी साहिबजादों के संघर्ष, साहस और न्याय के प्रति समर्पण को वर्तमान समय के लिए मार्गदर्शक बताया। कार्यक्रम में सिरसा नदी से बिछडऩे की घटना, गंगू ब्राह्मण के विश्वासघात और वजीर खान की क्रूरता सहित पूरी शौर्यगाथा का स्मरण किया गया। मनोज राज/योगेश विश्वकर्मा 27 दिसंबर 2025