क्षेत्रीय
29-Dec-2025
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- साहित्य - कला की निरंतर सेवा महत्वपूर्ण। जबलपुर, (ईएमएस)। किसी संस्था द्वारा इतनी लंबी अवधि तक निरंतर एक सी गति से साहित्य, कला, संस्कृति और समाज की सेवा करने के उदाहरण कम ही मिलते हैं । गुंजन कला सदन ने विगत 68 वर्षों में सैकड़ों नई प्रतिभाओं को मंच प्रदान कर उन्हें प्रसिद्धि के शिखर पर पहुंचाया । साधकों, शोध कर्ताओं का सम्मान किया । उपरोक्त आशय के विचार आज शहीद स्मारक में आयोजित गुंजन कला सदन के 68 वें स्थापना दिवस नवरंग महोत्सव पर अतिथियों ने व्यक्त किए । कार्यक्रम का शुभारंभ अतिथि अजय विश्नोई, रिंकू विज, विनोद दिनेश्वर, रवींद्र बाजपेई, अमरीश मिश्रा, अयोध्या तिवारी, श्रीमती रचना त्रिवेदी, संदीप जैन एवं अध्यक्ष डॉ. आनंद तिवारी सहित नरेन्द्र जैन एन सी, गौरीशंकर केसरवानी,सुरेश सराफ ने दीप प्रज्ज्वलित करके किया । एशिनी श्रीवास्तव ने स्तुति एवं स्वागत नृत्य प्रस्तुत किया । अतिथियों का स्वागत हिमांशु तिवारी,डॉ. रजनीश गर्ग,संजय जैन कीपी,प्रदीप जैन,विवेक सोनी विक्की,राजीव गुप्ता ने किया । गुंजन की वार्षिक पत्रिका अनुमेहा का अतिथियों द्वारा विमोचन प्रतुल श्रीवास्तव, लायन नरेन्द्र जैन,अभय जैन,लायन उमेश जैन, सत्येन्द्र जैन, डॉ. प्रकाश दुबे, अखिल मदान की उपस्थिति में सुनील श्रीवास्तव, लायन यशवंत सेंगर,सुनील मंघरानी, इंदिरा पाठक तिवारी, कौशल यादव ने कराया । राजेश पाठक प्रवीण ने पत्रिका का पीडीएफ जारी किया । संस्था के स्मृति शेष संस्थापक ओंकार श्रीवास्तव सहित मार्गदर्शक जयप्रकाश माहेश्वरी, राजीव जैन खादीवाला एवं रमेश पुरसवानी के स्मरण उपरांत अनवर हुसैन, मिठाईलाल चक्रवर्ती एवं रवि शुक्ला ने भजन प्रस्तुत किए । कार्यक्रम के द्वितीय चरण में नृत्य गुरु मोती शिवहरे के निर्देशन में नवरंग कथक कला केंद्र के 6 वर्ष से लेकर 60 वर्ष तक के कलाकारों द्वारा भक्ति एवं सूफ़ी गीतों पर मंत्रमुग्ध कर देने वाले नृत्य प्रस्तुत किए गए। इस अवसर पर मप्र सेवानिवृत्त डिप्लोमा इंजीनियर संघ के प्रांताध्यक्ष उमेश दुबे को सम्मानित किया गया एवं सभी कलाकारों को पुरस्कृत किया गया। संचालन प्रतुल श्रीवास्तव एवं लायन नरेन्द्र जैन ने तथा आभार प्रदर्शन विजय जायसवाल व डॉ. रजनीश गर्ग ने किया। अजय पाठक/ मोनिका / 29 दिसंबर 2025