राज्य
29-Dec-2025
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:: 129 करोड़ के विकास कार्यों का लोकार्पण; सिंहस्थ-2028 के लिए 2675 करोड़ के 33 प्रोजेक्ट्स को मिली मंजूरी :: इंदौर/उज्जैन (ईएमएस)। मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने सोमवार को उज्जैन के नानाखेड़ा स्टेडियम में विकास की नई इबारत लिखते हुए 129 करोड़ रुपए के 12 निर्माण कार्यों का लोकार्पण एवं भूमिपूजन किया। इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने भावुक होते हुए कहा कि महाकाल की नगरी में आने वाले श्रद्धालु केवल मेहमान नहीं, बल्कि बाबा महाकाल द्वारा आमंत्रित अतिथि हैं। उनके स्वागत और सुविधाओं में केवल औपचारिकता नहीं, बल्कि संवेदना और आत्मीयता होनी चाहिए। उन्होंने संकल्प दोहराया कि सरकार, प्रशासन और समाज मिलकर सिंहस्थ-2028 को विश्व का सबसे दिव्य, सुव्यवस्थित और सुरक्षित आयोजन बनाएंगे। :: युवाओं के लिए फ्यूचर-रेडी विजन और खेल सौगात :: मुख्यमंत्री ने युवाओं को केंद्र में रखते हुए तीन डिजिटल पहलों का आगाज किया। प्रोजेक्ट स्वाध्याय के माध्यम से स्कूली स्तर से ही कोडिंग और डिजिटल सोच विकसित की जाएगी। UtkarshUjjain.com पोर्टल युवाओं के लिए मार्गदर्शन का एकीकृत मंच बनेगा, जबकि कौशल सेतु प्रोग्राम उद्योगों की मांग के अनुरूप युवाओं को हुनरमंद बनाएगा। खेल जगत के लिए बड़ी घोषणा करते हुए सीएम ने पुराने हॉकी स्टेडियम में अंतरराष्ट्रीय स्तर का आधुनिक एस्ट्रोटर्फ लगाने के निर्देश दिए, जिससे उज्जैन में अंतरराष्ट्रीय हॉकी मैचों का मार्ग प्रशस्त होगा। :: कनेक्टिविटी : मेट्रो, एयरपोर्ट और नया रेलवे स्टेशन :: उज्जैन के इंफ्रास्ट्रक्चर को वैश्विक स्तर पर ले जाने के लिए कई बड़े प्रोजेक्ट्स की घोषणा हुई। इंदौर-उज्जैन के बीच वंदे भारत मेट्रो और भविष्य में नियमित मेट्रो ट्रेन का संचालन होगा। शहर के पास ही एक नया एयरपोर्ट और मोहनपुरा में अतिरिक्त रेलवे स्टेशन बनेगा। चिंतामण गणेश स्टेशन को मुख्य स्टेशन के रूप में अपग्रेड किया जा रहा है। साथ ही, 14 हजार वर्ग किमी क्षेत्र में फैलने वाला इंदौर-उज्जैन मेट्रोपॉलिटन एरिया दिल्ली के बाद देश का दूसरा सबसे बड़ा क्षेत्र होगा, जिसमें देवास, शाजापुर और रतलाम भी शामिल होंगे। :: सिंहस्थ-2028 : 5 करोड़ श्रद्धालुओं का लक्ष्य :: सिंहस्थ की तैयारियों को लेकर मुख्यमंत्री ने बताया कि 30 किमी लंबे घाटों पर ऐसी व्यवस्था होगी कि 24 घंटे में 5 करोड़ श्रद्धालु क्षिप्रा के शुद्ध जल में स्नान कर सकें। कान्ह नदी परियोजना के माध्यम से दशकों बाद यह पहला अवसर होगा जब श्रद्धालु क्षिप्रा के ही जल से आचमन कर पाएंगे। आस्था और पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए 140 करोड़ रुपए की लागत से शनि लोक के निर्माण की घोषणा की गई। इसके साथ ही उज्जैन को मेडिकल टूरिज्म हब के रूप में विकसित किया जा रहा है, जिसके लिए आधुनिक मेडिसिटी, आईटी पार्क और साइंस सिटी का निर्माण प्रगति पर है। :: प्राचीन विरासत का संरक्षण हमारी प्राथमिकता :: डॉ. यादव ने कहा कि विकास के साथ-साथ उज्जैन की प्राचीन विरासत का संरक्षण हमारी प्राथमिकता है। सम्राट विक्रमादित्य होटल का कायाकल्प और वीर भारत न्यास के माध्यम से पुरानी कोठियों का जीर्णोद्धार इसी दिशा में उठाए गए कदम हैं। उन्होंने प्रशासन को निर्देशित किया कि सिंहस्थ के लिए अभी से स्वयंसेवियों की सूची तैयार की जाए ताकि अतिथि देवो भव: की परंपरा को चरितार्थ किया जा सके। समारोह में सांसद अनिल फिरोजिया, राज्यसभा सदस्य उमेश नाथ महाराज और अन्य जनप्रतिनिधि उपस्थित थे। प्रकाश/29 दिसम्बर 2025