फ्लोरिडा,(ईएमएस)। इजरायली प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू सोमवार को अमेरिका के फ्लोरिडा पहुंचे, जहां उन्होंने नवनिर्वाचित राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप से उनके मार-ए-लागो आवास पर मुलाकात की। दोनों नेताओं के बीच कई घंटों तक गहन वार्ता हुई, जिसका मुख्य उद्देश्य गाजा में जारी युद्ध को समाप्त करने के लिए एक प्रभावी युद्धविराम योजना को आगे बढ़ाना था। इस बैठक को बेहद महत्वपूर्ण माना जा रहा है क्योंकि यह दोनों नेताओं के बीच पांचवीं औपचारिक मुलाकात थी। मुलाकात के दौरान डोनाल्ड ट्रंप ने नेतन्याहू की जमकर सराहना की। ट्रंप ने उन्हें एक सक्षम वॉरटाइम प्रधानमंत्री बताते हुए कहा कि उन्होंने बेहद चुनौतीपूर्ण परिस्थितियों में शानदार काम किया है। ट्रंप ने यहां तक दावा किया कि यदि नेतन्याहू इजरायल के प्रधानमंत्री न होते, तो शायद आज इजरायल का अस्तित्व ही संकट में होता। बैठक में नेतन्याहू ने ईरान के परमाणु कार्यक्रम का मुद्दा प्रमुखता से उठाया और अमेरिका से इस दिशा में सैन्य कार्रवाई करने की मांग की। ईरान के संदर्भ में ट्रंप ने कड़ा रुख अपनाते हुए चेतावनी दी कि यदि ईरान के व्यवहार में सुधार नहीं होता है, तो परिणाम भुगतने के लिए तैयार रहना चाहिए। उन्होंने ईरान के मिसाइल और परमाणु कार्यक्रमों पर चिंता जताते हुए कहा कि यदि ये जानकारियां सच साबित हुईं, तो इस बार हमला पिछली बार की तुलना में कहीं अधिक घातक हो सकता है। ट्रंप ने स्पष्ट किया कि पिछली बार समझौते के तहत ईरान को मौका दिया गया था, लेकिन हर बार ऐसा नहीं होगा। सूत्रों के अनुसार, जनवरी 2026 की शुरुआत में डोनाल्ड ट्रंप गाजा के भविष्य को लेकर कोई बड़ा ऐलान कर सकते हैं। इसमें गाजा में एक फिलिस्तीनी तकनीकी सरकार के गठन और अंतरराष्ट्रीय स्थिरीकरण बल की तैनाती जैसे प्रस्ताव शामिल हो सकते हैं। इस उच्च-स्तरीय बैठक से पहले नेतन्याहू ने अमेरिकी विदेश मंत्री मार्को रूबियो और रक्षा मंत्री पीट हेगसेथ से भी विस्तृत चर्चा की थी। वीरेंद्र/ईएमएस/30दिसंबर2025