:: एमपीआईडीसी ने तेज की आवंटन प्रक्रिया; 80% प्रतिफल के बदले विकसित भूखण्ड दे रही सरकार :: इन्दौर (ईएमएस)। स्मार्ट इण्डस्ट्रीयल टाऊनशिप पीथमपुर सेक्टर-7 के विकास के साथ ही भू-स्वामियों को उनके अधिकारों के हस्तांतरण की प्रक्रिया में तेजी आ गई है। लैण्ड पुलिंग पद्धति के तहत अपनी भूमि समर्पित करने वाले भू-स्वामियों को मंगलवार को एमपीआईडीसी द्वारा 47 करोड़ रूपये मूल्य के 47 वाणिज्यिक भूखण्डों का आवंटन किया गया। एमपीआईडीसी के कार्यकारी संचालक हिमांशु प्रजापति ने बताया कि 452 करोड़ रुपये की लागत से विकसित हो रहे सेक्टर-7 में भूमि अर्जन आपसी सहमति से किया जा रहा है। इस पद्धति में भू-स्वामियों को कलेक्टर गाइडलाइन की दो गुना राशि प्रतिफल के रूप में दी जाती है। इसमें से 20 प्रतिशत राशि का नगद भुगतान होता है, जबकि शेष 80 प्रतिशत राशि के बदले उन्हें उसी क्षेत्र में विकसित वाणिज्यिक एवं आवासीय भूखण्ड दिए जाते हैं। :: पारदर्शी तरीके से आवंटन प्रक्रिया :: मंगलवार को आयोजित प्रक्रिया में 14 भू-स्वामियों को भूखण्ड चयन के लिए आमंत्रित किया गया था। इनमें से 6 भू-स्वामियों ने अपने भूखण्डों का चयन कर लिया। अनुपस्थित रहने वाले 7 भू-धारकों को अब सॉफ्टवेयर के माध्यम से लॉटरी पद्धति से भूखण्ड आवंटित किए जाएंगे। इससे पूर्व भी विभाग द्वारा 3735 भूखण्ड आवंटित किए जा चुके हैं, जिनका कुल मूल्य 454 करोड़ रूपये है। :: जल्द विकसित होंगे आवासीय परिसर :: कार्यकारी संचालक ने स्पष्ट किया कि वाणिज्यिक भूखण्डों के आवंटन के बाद जो शेष राशि बचेगी, उसके बदले आवासीय भूखण्ड भी शीघ्र ही लॉटरी प्रक्रिया से दिए जाएंगे। इस त्वरित कार्यवाही का मुख्य उद्देश्य यह है कि भू-स्वामी अपने भूखण्डों पर निर्माण संबंधी निर्णय ले सकें और क्षेत्र में आवासीय परिसर जल्दी विकसित हो सकें। प्रकाश/30 दिसम्बर 2025