खेल
31-Dec-2025


नई दिल्ली (ईएमएस)। भारत ने पिछले कुछ समय में पैरालंपिक खेलों में भी अपनी श्रेष्ठता साबित की है। इसमें भाला फेंक में भारतीय पैरालंपिक खिलाड़ी सुंदर सिंह गुर्जर का प्रदर्शन शानदार रहा है। सुंदर ने लगातार दो पैरालंपिक खेलों की भाला फेंक स्पर्धा में पदक जीते हैं। सुंदर सिंह ने कोच की सलाह पर साल 2012 में जैवलिन थ्रो शुरू किया। शुरुआत में वह सामान्य श्रेणी में खेलते थे पर साल 2015 में एक हादसे में उनका बायां हाथ कट गया। इस घटना के बाद उन्होंने कोच महावीर प्रसाद सैनी ने उनका हौंसला बढ़ाया और पैरा एथलेटिक्स में भाग लेने को कहा । इसक बाद सुंदर ने पैरा एथलेटिक्स में कदम रखा। इसके बाद वह जैवलिन की एफ46 कैटेगरी में प्रतिस्पर्धा करने लगे। गुर्जर ने साल 2016 में रियो पैरालंपिक के लिए क्वालीफाई किया था पर वह वहां आयोग्य घोषित हो गये थे। उन्होंने इसी साल लंदन में आयोजित विश्व पैरा एथलेटिक्स चैंपियनशिप में स्वर्ण पदक जीता। इससे पहले 2019 में विश्व पैरा एथलेटिक्स चैंपियनशिप, दुबई में भी उन्होंने स्वर्ण पदक जीता था। 2018 एशियन पैरा गेम्स में रजत और 2023 हांगझोउ एशियन पैरा गेम्स में सुंदर ने 68.60 मीटर थ्रो करके विश्व रिकॉर्ड बनाया।सुंदर ने टोक्यो 2020 पैरालंपिक में 64.01 मीटर थ्रो के साथ कांस्य पदक जीता और फिर इसके बाद पेरिस में आयोजित 2024 पैरालंपिक में 64.96 मीटर के साथ कांस्य जीता। हाल ही में 2025 विश्व पैरा एथलेटिक्स चैंपियनशिप में भी उन्होंने रजत पदक जीता। ईएमएस 31 दिसंबर 2025