भारत में आस्था अक्सर तर्क से बड़ी हो जाती है। यही कारण है कि यहाँ मंदिर के बाहर घंटियों
कक्षा में किताबें खुली हैं, बोर्ड पर सूत्र चमक रहे हैं, स्क्रीन पर स्लाइड बदल रही है,पर
परमानंद को समझा नहीं जा सकता और उसे पाना भी अत्यंत कठिन है। कई जीवन कालों के बाद परमानंद
शुभ संवत 2082, शाके 1947, सौम्य गोष्ठ, पौष शुक्ल पक्ष, हेमंत रितु गुरु उदय पूर्वे शुक्रास्त,
समय और बुद्धि बड़े से बड़े शोक को भी कम कर देते हैं। - कहावत वाणी चाँदी है, मौन सोना है, वाणी पार्थिव है पर मौन दिव्य। - कहावत ईएमएस / 30 दिस्मबर 25
उत्तर प्रदेश सरकार ने राज्य के सभी सरकारी बेसिक और माध्यमिक स्कूलों में छात्रों के लिए
देवभूमि उत्तराखंड के साहित्यकार श्रीगोपाल नारसन सन 2025 में भी हिंदी के लिए सक्रिय रहे,साथ
लोकतंत्र की नींव निष्पक्ष और विश्वसनीय चुनावी प्रक्रिया पर टिकी होती है। इस प्रक्रिया
शरीर में कण्ठ से हृदय पर्यन्त जो वायु कार्य करता है, उसे प्राण कहा जाता है । यह प्राण नासिका
क्रिसमस प्रत्येक वर्ष की भांति गत 25 दिसंबर को भी पूरे विश्व में हर्षोल्लास के साथ मनाया