दिल्ली, पंजाब व हिमाचल सरकारों के सम्मुख वित्तीय संकट के धुंधलके छाने लगे हैं। सत्ता
विगत दिनों सोशल साइट्स पर महापर्व पर्यूषण के क्षमापर्व पर कहें जाने वाले जैन दर्शन
*इतिहास गवाह है, जंग में जोश से ज्यादा संगठात्मक अनुभवी अधिनायक युद्ध जितवाते हैं* *आखिर
मौत की सजा हमेशा से विवादों में रही है। इस पर एक बार फिर बहस होने लगी है। मृत्युदंड के
हरियाणा में 1967 में एक विधायक हुए थे गया लाल। एक दिन में ही कांग्रेस से जनता पार्टी में
देश के वर्तमान केन्द्रीय सड़क परिवहन एवं राज्य मंत्री भाजपा के पूर्व अध्यक्ष नितिन गडकरी
हिमाचलप्रदेश सीएम ने अपने राज्य पर आए वित्तीय संकट को स्वीकारते हुए स्वयं का दो माह का
शक तथा संवत्सर का प्रायः समान अर्थ है, किन्तु थोड़ा अन्तर है। चान्द्र तिथि के अनुसार
भारतीय प्रजातंत्र में इससे बड़ा मजाक क्या होगा कि अब राज्य सरकारें संसद के अधिकारों पर
प्रेम जीवन की परम समाधि है. प्रेम ही शिखर है जीवन ऊर्जा का. वही गौरीशंकर है जिसने प्रेम