भारत में आम आदमी भारी टैक्स देने को मजबूर है। जबकि बड़े-बडे उद्योगपतियों को बिना टैक्स
दुनिया में हर बाप की एक ही इच्छा होती है कि उसका जो लाल है यानी बेटा वो उससे भी बड़ा आदमी
भारत प्राचीन काल से ही विश्व को मार्गदर्शन देने वाला देश रहा है। वसुधैव कुटुम्बकम् और
मध्यप्रदेश अपनी समृद्ध कृषि विरासत के लिए जाना जाता है। यहां की उपजाऊ भूमि और विविध जलवायु
ब्रिटिश काल में, राजस्व वसूली के लिए सामंती व्यवस्था को बढ़ावा दिया गया था। ज़मींदार
(जन्मदिन 18 सितंबर पर विशेष) स्टीवन पिंकर (जन्म 18 सितंबर, 1954, मॉन्ट्रियल, क्यूबेक, कनाडा)
वैश्विक स्तरपर 21 वीं सदी के तीसरे दशक में दुनियाँ की राजनीति, समाज और सत्ता समीकरणों में
जो व्यक्ति दिव्य पद पर स्थित है, वह न किसी से ईष्या करता है और न किसी वस्तु के लिए लालायित
शुभ संवत 2082, शाके 1947, सौम्य गोष्ठ, आश्विन कृष्ण पक्ष, वर्षा ऋतु, गुरु उदय पूर्वे शुक्रोदय
परमात्मा के प्रत्येक रूप के अनुरूप अपना रूप बना लो। - ऋग्वेद केवल यश और नाम वाले की कोई प्रतिभा नहीं होती। - यजुर्वेद ईएमएस/ 17 सितम्बर 25