ओस्लो,(ईएमएस)। यूरोप के देश नॉर्वे के एक गांव के डॉक्टर पर 87 महिलाओं के साथ दुष्कर्म करने का आरोप है। इन महिलाओं की उम्र 14 से 67 साल के बीच है। बताया जा रहा है कि यह घटनाएं पिछले 20 साल से हो रही थीं। डॉक्टर पर आरोप है वह इन महिलाओं के साथ घरों और अपने सर्जरी रूम में दुष्कर्म करता था और वीडियो भी बनाता था। इसे नॉर्वे के इतिहास का सबसे बड़ा यौन शोषण कांड बताया जा रहा है। 55 साल के आरोपी डॉक्टर पर 94 महिलाओं का यौन उत्पीड़न करने का आरोप लगा है। इनमें से दो महिलाएं तो उस समय नाबालिग थीं। मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक सबसे बड़ी पीड़िता 67 साल की है, जबकि सबसे कम उम्र की पीड़िता 14 और 15 साल की है। पूर्व म्युनिसिपल सुपरिटेंडेंट बाय ने तीन मामलों में दुष्कर्म और 35 मामलों में पद का दुरुपयोग करना स्वीकार किया है। उसे 21 साल की जेल हो सकती है। पुलिस ने 6 हजार घंटे से ज्यादा का वीडियो बरामद किया है। इनमें मरीजों की जानकारी के बिना उनका गायनोकोलॉजिकल टेस्ट करते दिखाया गया है। आरोपपत्र के मुताबिक उसने बिना किसी मेडिकल कारण के महिलाओं के प्राइवेट पार्ट में ‘बोतल जैसी’ एक बेलनाकार वस्तु डाली। एक महिला ने अदालत में बताया कि डॉक्टर ने उनके साथ जो किया, वह इतना दर्दनाक था कि उन्हें लगा कि वह मर जाएंगी। यह मामला नॉर्वे के छोटे से शहर फ्रॉस्टा को हिला कर रख दिया है। आरोपी डॉक्टर बाय यहां के जाने-माने शख्स थे और सालों से सैकड़ों लोगों का इलाज कर रहे थे। अदालत में कई वीडियो दिखाए गए, जिन्हें बाय ने जांच के दौरान रिकॉर्ड किया था। सरकारी वकील ने कहा कि इस मामले में हमारे पास सबूत के तौर पर पुख्ता सामग्री है। वहीं बाय का कहना है कि उन्होंने मरीजों के मुकदमों के डर से अपॉइंटमेंट की फिल्म बनाई थी। उनका दावा है कि उन्होंने केस से जुड़े वीडियो के अलावा कभी कोई दूसरा वीडियो नहीं देखा। एक वीडियो में बाय एक महिला के आसपास कई कैमरे लगाते नजर आ रहे हैं। इसके बाद उन्होंने महिला की जांच शुरू की। बाय ने पहले तो ‘महिला नंबर 18’ के साथ यौन उत्पीड़न की बात से इनकार किया, लेकिन बाद में अदालत में दुष्कर्म के आरोप को आंशिक रूप से स्वीकार कर लिया। बताया जा रहा है कि महिला की बेटी और बहन भी आरोपी डॉक्टर की शिकार हैं। स्वास्थ्य अधिकारियों ने अगस्त 2022 में पुलिस को बाय की करतूतों की जानकारी दी, जिसके बाद पुलिस ने मामले की जांच शुरू की। 2023 में पुलिस द्वारा आरोप तय किए जाने तक डॉक्टर अपने पद पर बना रहा। पुलिस अधिकारियों का कहना है कि वे स्थिति पर नजर रखे हुए हैं। फिलहाल गिरफ्तारी का कोई आधार नहीं है। सिराज/ईएमएस 27 नवंबर 2024