राज्य
13-Mar-2025
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रायपुर(ईएमएस)। राजधानी रायपुर के देवेंद्र नगर स्थित श्री नारायणा अस्पताल में आयकर विभाग ने तीन दिनों तक चलाए गए सर्वे के बाद 70 करोड़ रुपये की कर चोरी का पर्दाफाश किया है। इस कार्रवाई में अस्पताल के डायरेक्टर डॉ. सुनील खेमका से विस्तृत पूछताछ की गई, जिसके बाद उन्होंने स्वीकार किया कि कर बचाने के लिए नकद प्राप्तियों को छुपाया गया और खर्चों को कृत्रिम रूप से बढ़ाया गया। यह छत्तीसगढ़ में आयकर विभाग की पिछले पांच वर्षों में की गई सबसे बड़ी कर चोरी की कार्रवाई मानी जा रही है। आयकर विभाग ने बताया कि पहले चरण में 45 करोड़ रुपये की कर चोरी का पता चला था, लेकिन जब्त किए गए दस्तावेजों की जांच के बाद यह आंकड़ा बढ़कर 70 करोड़ रुपये तक पहुंच गया। आयकर विभाग ने यह भी बताया कि डॉ. सुनील खेमका को 11 करोड़ रुपये का अग्रिम कर तत्काल जमा करने के निर्देश दिए गए हैं। इसके अतिरिक्त, कर विभाग द्वारा दंड और ब्याज की गणना की जा रही है और आगे की कानूनी कार्रवाई की जाएगी। इस ऑपरेशन का नेतृत्व मुख्य आयकर आयुक्त अपर्णा करन और प्रधान आयकर आयुक्त प्रदीप हेडाऊ द्वारा किया गया था। संयुक्त आयकर आयुक्त बीरेंद्र कुमार और उप आयकर आयुक्त राहुल मिश्रा के नेतृत्व में एक 26 सदस्यीय टीम ने सर्वे किया। विभाग ने अस्पताल के वित्तीय रिकॉर्ड, अचल संपत्तियों में किए गए निवेश और डिजिटल साक्ष्यों की गहन जांच की। सर्वे में यह सामने आया कि अस्पताल प्रशासन ने बड़ी मात्रा में नकद लेन-देन को कर विवरणी में नहीं दर्शाया और फर्जी खर्चे जोड़कर कर देयता को कम दिखाया। इसके अलावा, अस्पताल के लेखांकन में बड़े पैमाने पर फर्जी बिलिंग और काल्पनिक खर्चों का समावेश किया गया था। आयकर विभाग ने अब अस्पताल से जुड़े कई अन्य दस्तावेजों की भी जांच शुरू कर दी है। आने वाले दिनों में आयकर विभाग अन्य निजी अस्पतालों में भी इस प्रकार की जांच और कार्रवाई करने की योजना बना रहा है। सत्यप्रकाश(ईएमएस)13 मार्च 2025