लंदन (ईएमएस)। इंग्लैंड में एक महिला को बैंक की गलती का खामियाजा भुगतना पडा। हालात यहां तक पहुंच गए कि महिला पाई-पाई के लिए तरस गई। यहां की एक महिला को बैंक ने गलती से मृत घोषित कर दिया। इसके चलते न सिर्फ उनका बैंक खाता ब्लॉक हो गया, बल्कि पासपोर्ट और ड्राइविंग लाइसेंस भी रद्द कर दिए गए। 45 वर्षीय मासिथोकोज़े मोयो इंग्लैंड के किडरमिंस्टर में रहती हैं और एक प्राइवेट जेट फर्म चलाती हैं। उनकी मुश्किलें तब शुरू हुईं जब एक दिन अचानक उनका क्रेडिट कार्ड काम करना बंद कर दिया। जब उन्होंने अपने को-ऑपरेटिव बैंक से संपर्क किया, तो उन्हें जो जानकारी मिली, वह किसी सदमे से कम नहीं थी। बैंक ने उन्हें बताया कि वह आधिकारिक रूप से मृत घोषित हो चुकी हैं और यहां तक कि उनके नाम पर डेथ सर्टिफिकेट नंबर भी जारी कर दिया गया है। इस गलती की वजह से मोयो का बैंक खाता फ्रीज कर दिया गया, जिससे वे अपने ही पैसों को निकाल नहीं पा रही थीं। स्थिति इतनी खराब हो गई कि उन्हें पड़ोसियों से उधार लेकर अपना गुजारा करना पड़ा। बाद में जांच में पता चला कि यह गलती 5 फरवरी को हुई थी, जब उन्होंने अपने बैंक खाते से डायरेक्ट डेबिट को कैंसिल करने की रिक्वेस्ट डाली थी। बैंक एजेंट ने गलती से इस अनुरोध की वजह मृत्यु लिख दी, जिससे पूरे सिस्टम में उनकी स्थिति मृत व्यक्ति की तरह अपडेट हो गई। इस प्रशासनिक गलती को सुधारने में 16 दिन लग गए, और 21 फरवरी को जाकर ही मोयो को अपना अकाउंट दोबारा एक्सेस करने की अनुमति मिली। इस घटना से आहत होकर उन्होंने बैंक पर करीब 56 करोड़ रुपये के हर्जाने का मुकदमा ठोक दिया है। उन्होंने बैंक पर बदनामी, मानसिक प्रताड़ना और जीवन को संकट में डालने के आरोप लगाए हैं। हालांकि, बैंक ने इस मामले में अब तक सिर्फ माफी मांगी है और कोई मुआवजा देने की पेशकश नहीं की है। मोयो का कहना है कि इस घटना ने न केवल उनकी वित्तीय स्थिति को प्रभावित किया, बल्कि उनकी मानसिक शांति को भी बुरी तरह हिला दिया। सुदामा/ईएमएस 19 मार्च 2025