दुनिया के मजदूरो एक हो -मई दिवस जिंदाबाद जिंदाबाद जब तक भूखा इंसान रहेगा धरती पर तूफान रहेगा ग्वालियर (ईएमएस) । मई दिवस के अवसर पर ग्वालियर के प्रसिद्ध मजदूर नेता, स्वतंत्रता सेनानी एवं पूर्व विधायक कॉमरेड रामचंद्र सरवटे को उनकी प्रतिमा स्थित सरवटे चौक हजीरा ग्वालियर पर माल्यार्पण कर लाल झंडा फहराया गया । इस अवसर पर भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी के अलावा वामपंथी पार्टियों के साथियों ने भी उपस्थित होकर 1886 मे अमेरिका के शिकागो शहर में 8 घंटे कार्य दिवस की मांग को लेकर हजारों मजदूरों ने हड़ताल कर अपने प्राणों का बलिदान दिया उसके परिणाम स्वरूप मजदूरों ने 8 घंटे के कार्य दिवस की मांग हासिल करने में सफलता प्राप्त की उसको याद करते हुए मजदूर शहीदों को याद करते हुए श्रद्धांजलि दी । भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी ग्वालियर जिला सहसचिव एवं राज्य कार्यकारिणी सदस्य कॉमरेड कौशल शर्मा एडवोकेट,कॉम अनवर खान, पूर्व पुलिस अधीक्षक श्री चेतराम भदोरिया , कॉम श्रीकृष्णा बघेल, कॉम रूपेश जैन , डॉ हरिशचंद्र पिपरिया, महिला नेत्री कॉम प्रीति सिंह ने संबोधित करते हुए कहा कि करीब 139 साल पहले एक मई 1886 को अमेरिका के शिकागो शहर में 8 घंटे कार्य दिवस की मांग को लेकर हजारों मजदूरों ने लड़ते हुए अपने प्राणों का बलिदान दिया। उसके परिणाम स्वरूप मजदूरों ने 8 घंटे का कार्य दिवस की मांग हासिल करने में सफलता प्राप्त की थी उसके बाद हुए अंतर्राष्ट्रीय श्रम सम्मेलन में लिए गए निर्णय अनुसार 1 मई को अंतरराष्ट्रीय मजदूर दिवस के रूप में मनाने का जो निर्णय लिया गया ,उसे दुनिया भर के मजदूर दुनिया के मजदूरो एक हो का नारा लगाते हुए शिद्दत के साथ मनाते आ रहे हैं। यह दिन ट्रेड यूनियनों के सामने आ रही वर्तमान एवं भविष्य की चुनौतियों से निपटने के कारगर उपाय तलाश करने एवं श्रमिक संगठनों की एकता को और अधिक मजबूत बनाने का दिन है। देश में वर्तमान हालात ठीक नहीं है कामगारो एवं ट्रेड यूनियनो पर हमले हो रहे हैं। संघर्षों से प्राप्त श्रमिकों के अधिकारों को संरक्षण प्रदान करने वाले पुराने श्रम कानूनों को समाप्त कर मजदूर एवं ट्रेड यूनियन विरोधी नई 4 श्रम संहिता मैं बदल दिया गया है । इन लेबर कानूनो के लागू होने से अधिकांश मजदूर कानूनी सुरक्षा प्रावधानों के दायरे से बाहर हो जाएंगे ,मालिकों/ प्रबंधन को वेरोकटोक छटनी,ले ऑफ़ क्लोज़र एवं लॉक आउट करने का हक मिल जाएगा जो की कामगार एवं ट्रेड यूनियन विरोधी है। देश बढ़ती महंगाई,बढ़ती हुई बेरोजगारी के कारण लोगों का जीना मुश्किल हो गया है सरकार निजीकरण के एजेंडा का तेजी से आगे बढ़ा रही है ,नेशनल मोनिटाइजेशन पाइपलाइन पॉलिसी के माध्यम से करीब करीब सारी सार्वजनिक संपत्तियों को देसी विदेशी पूंजीपतियों को सौंपने की कोशिश में जुटी हुई है। 1 मई 2025 इस वर्ष मई दिवस का महत्व और ही बढ़ जाता है क्योंकि देश की वर्तमान केंद्र व राज्य सरकार मजदूर मेहनतकश आवाम, किसान, नौजवान ,विद्यार्थियों , महिलाओं ,आम नागरिको के हितों की परवाह न करते हुए चंद पूजीपतियों के पक्ष में काम कर रही है और जनता को वर्तमान समस्याओं से भटकाव पैदा कर देश में सांप्रदायिक एवं जातिगत सद्भाव को बिगड़ने की कोशिश की जा रही है । वक्ताओं एवं उपस्थित साथियों ने आने वाले समय में मजदूर ,मेहनतकश आवाम के हितों के संरक्षण के लिए हर कुर्बानी देने के लिए तैयार रहने का संकल्प लिया। आज के मई दिवस कार्यक्रम में कॉम कौशल शर्मा, कॉम अनवर खान , पूर्व पुलिस अधीक्षक चेतराम भदोरिया , कॉम श्रीकृष्णा बघेल ,डॉक्टर हरिश्चंद्र पिपरिया, प्रीति सिंह, रूपेश जैन, प्रकाश वर्मा, डोंगर सिंह जाटव, भूपेश पलरिया, सौरभ श्रीवास्तव, आनंद ठाकुर, सुरेंद्र सविता, रामबाबू जाटव, यूसुफ अब्बास,चेतराम केन, गौतम आर्य,सोनू कुमार आर्य, सुमन कुशवाह, सुनीता देवी आदि बड़ी संख्या में महिला पुरुषों ने भाग लिया । ईएमएस/01मई2025