02-May-2025
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दुनिया के मजदूरो एक हो - (एटक) ग्वालियर (ईएमएस)। मजदूरो के ऐतिहासिक मई दिवस के अवसर पर पाटणकर चौराहा लश्कर ग्वालियर से ग्वालियर की समस्त ट्रेड यूनियनो का संयुक्त जुलूस शहर की प्रमुख सड़कों से होता हुआ महाराज बाड़े पर 1886 में अमेरिका शिकागो शहर 8 घंटे कार्य दिवस की मांग को लेकर हजारों मजदूरों ने हड़ताल पर अपने प्राणों का बलिदान दिया उसके परिणाम स्वरूप मजदूरों ने 8 घंटे के कार्य की दिवस की मांग हासिल करने में सफलता प्राप्त की उसको याद करते हुए मजदूर शहीदों को याद करते हुए श्रद्धांजलि सभा आयोजित कर शहीदों को याद किया गया। यह दिन ट्रेड यूनियनों के सामने आ रही वर्तमान एवं भविष्य की चुनौतियों से निपटने के कारगर उपाय तलाश करने एवं श्रमिक संगठनों की एकता को और अधिक मजबूत बनाने का दिन है। देश में वर्तमान हालात ठीक नहीं है कामगारो एवं ट्रेड यूनियनो पर हमले हो रहे हैं। संघर्षों से प्राप्त श्रमिकों के अधिकारों को संरक्षण प्रदान करने वाले पुराने श्रम कानूनों को समाप्त कर मजदूर एवं ट्रेड यूनियन विरोधी नई 4 श्रम संहिता में बदल दिया गया है । इन लेबर कानूनो के लागू होने से अधिकांश मजदूर कानूनी सुरक्षा प्रावधानों के दायरे से बाहर हो जाएंगे ,मालिकों/ प्रबंधन को वेरोकटोक छटनी,ले ऑफ़ क्लोज़र एवं लॉक आउट करने का हक मिल जाएगा जो की कामगार एवं ट्रेड यूनियन विरोधी है। देश में बढ़ती महंगाई , बेरोजगारी के कारण लोगों का जीना मुश्किल हो गया है सरकार निजीकरण के एजेंडा का तेजी से आगे बढ़ा रही है नेशनल मोनिटाइजेशन पाइपलाइन पॉलिसी के माध्यम से करीब करीब सारी सार्वजनिक संपत्तियों को देसी विदेशी पूंजीपतियों को सौंपने की कोशिश में जुटी हुई है। देश की वर्तमान केंद्र व राज्य सरकार मजदूर मेहनतकश आवाम किसान, नौजवान, विद्यार्थियों आम नागरिक के हितों की परवाह न करते हुए चंद पूजीपतियों के पक्ष में काम कर रही है और देश को इन वर्तमान समस्याओं से भटकाव पैदा कर देश में सांप्रदायिक एवं जातिगत सद्भाव को बिगड़ने की कोशिश की जा रही है। आज के कार्यक्रम में ऑल इंडिया ट्रेड यूनियन कांग्रेस (एटक) के कॉम कौशल शर्मा, कॉम संजीव राजपूत,कॉम अशोक पाठक, कॉम रमेश सविता,कॉम राम भरोसी जैन , कॉम वीरेंद्र जादौन,कॉम मुकेश पाठक,कॉम दीपक रावत,कॉम रंजीत रजक,कॉम संदीप जाटव,कॉम अनवर खान , पूर्व पुलिस अधीक्षक चेतराम भदोरिया , कॉम अब्दुल शाहीद, कॉम विनोद वर्मा, कॉम शैलेश परमार,कॉम डोंगर सिंह जाटव, कॉम बारेलाल पाल ,कॉम जालिम सिंह ,कॉम राजकुमार,कॉम लक्ष्मी जाटव आदि बड़ी संख्या में महिला पुरुषों ने भाग लिया।