--मॉक ड्रिल में निर्देशन देते जिलाधिकारी राहुल पाण्ड़ेय व पुलिस अधीक्षक चिरंजीव नाथ सिन्हा हाथरस (ईएमएस)। जिलाधिकारी राहुल पाण्ड़ेय व पुलिस अधीक्षक चिरंजीव नाथ सिन्हा ने किसी भी आपात स्थिति से निपटने के लिए तथा नागरिक सुरक्षा तैयारियों को मजबूत करने हेतु रिजर्व पुलिस लाईन हाथरस के परेड ग्राउन्ड में सायरन बजते हुए नागरिक सुरक्षा अभ्यास, पूर्वाभ्यास कराई गई तथा आवश्यक दिशा निर्देश दिए। भारत में 22 अप्रैल को पहलगाम में हुए घातक आतंकवादी हमले के बाद बढ़ते तनाव के बीच, केंद्रीय गृह मंत्रालय के निर्देशानुसार पूरे भारत में 244 जिलों में मॉक ड्रिल आयोजित की जानी है। इस हमले में 26 नागरिकों की जान चली गई थी और कई घायल हो गए थे। जिसके क्रम में सात मई को जिलाधिकारी हाथरस राहुल पाण्डेय व पुलिस अधीक्षक चिरंजीव नाथ सिन्हा द्वारा भारत सरकार की मंशानुरूप गृह मंत्रालय से प्राप्त निर्देशों के क्रम में नागरिक सुरक्षा तैयारियों को मजबूत करने हेतु रिजर्व पुलिस लाईन हाथरस के परेड ग्राउन्ड में पुलिस और स्थानीय प्रशासन के साथ मिलकर सायरन बजाते हुए नागरिक सुरक्षा अभ्यास, पूर्वाभ्यास कराई गई । इस दौरान एडीएम डॉ. बसंत अग्रवाल, एडीएम न्यायिक शिव नारायण शर्मा, एएसपी अशोक कुमार सिंह, सीओ फायर राजकुमार बाजपेयी, समस्त उपजिलाधिकारी, समस्त क्षेत्राधिकारी आदि पुलिस एवं प्रशासन के अधिकारीध्कर्मचारीगण तथा सिविल डिफेंसध्आमजन उपस्थित रहे । जिलाधिकारी व पुलिस अधीक्षक हाथरस द्वारा उपस्थित लोगों को बताया गया कि मॉक ड्रिल एक तरह का अभ्यास अभियान है जिससे संभावित आपात स्थितियों या गंभीर परिस्थितियों के दौरान नागरिकों और छात्रों को बुनियादी आत्म-सुरक्षा का प्रशिक्षण देना, दुर्घटना के समय ब्लैकआउट उपायों की जांच करना, प्रमुख बुनियादी ढांचे को छिपाना, तथा निकासी योजनाओं की समीक्षा और पूर्वाभ्यास करना आदि शामिल है तथा मॉक ड्रिल के दौरान अपनाए जाने वाले तरीकों और सुरक्षा मानकों की विस्तार से जानकारी दी गई । तत्पश्चात साइरन बजाकर मॉक ड्रिल का अभ्यास कराया गया । मॉक ड्रिल एक अभ्यास के रूप में आयोजित की जाती है, ताकि लोगों, संगठनों और अधिकारियों को वास्तविक जीवन में आपातकालीन स्थितियों जैसे आग, भूकंप, चिकित्सा आपात स्थिति या आतंकवादी हमलों से अपने आप को सुरक्षित रखने हेतु तैयार किया जा सके। इस दौरान सायरन बजाया गया तथा लोगों को कैसे सुरक्षित स्थान पर जाना है, कैसे घायलों को अस्पताल पर पहुंचाना है,आदि के बारे में पूर्वाभ्यास कराया गया । ईएमएस/नाजिम शेख/ 07 ईएमएस 2025