राज्य
08-May-2025


कार्यक्रमों की तारीखें बदल रहीं, बाजार में बढ़ी सतर्कता जबलपुर, (ईएमएस)। बीते चार दिनों में भारत-पाकिस्तान के बीच गहराते तनाव ने आम नागरिकों के जीवन पर स्पष्ट असर डालना शुरू कर दिया है। सीमाओं पर लगातार गतिविधियों और सैन्य स्तर पर तेज होते घटनाक्रमों के बीच शहर के नागरिक अब यह मानकर चल रहे हैं कि दोनों देशों के बीच पूर्ण युद्ध की स्थिति कभी भी औपचारिक रूप ले सकती है। तनाव के इस माहौल का असर सबसे पहले व्यक्तिगत आयोजनों पर दिखने लगा है। जिन लोगों के घरों में शादी-ब्याह जैसे बड़े निजी कार्यक्रम होना थे, वो उसे एक माह आगे बढ़ाने पर विचार कर रहे हैं. लोगों के खर्च करने के तरीके में भी स्पष्ट परिवर्तन देखा गया है। बड़े खर्च जिन्हें टाला जा सकता हैं, उससे आम शहरवासी परहेज कर रहे हैं. बाजारों में शांति और आत्म विश्वास है. लेकिन दैनिक उपयोग की वस्तुओं, अनाज, दाल, तेल और अन्य खाद्य सामग्री की मांग में अचानक वृद्धि देखी गई है। लोग सीमित मात्रा में ही सही, लेकिन आवश्यक वस्तुओं का भंडारण करने लगे हैं। दुकानदारों के अनुसार, कुछ उपभोक्ता राशन के अतिरिक्त पैकेट खरीद रहे हैं — विशेषकर गेहूं, चावल और दाल जैसी वस्तुएं अधिक मांग में हैं। रद्द हो रहे सार्वजनिक कार्यक्रम... केवल व्यक्तिगत स्तर पर ही नहीं, बल्कि सार्वजनिक और राजनीतिक क्षेत्र में भी युद्ध की आहट ने अपनी छाप छोड़ दी है। कांग्रेस पार्टी ने जहां अपने “संविधान बचाओ” अभियान को आगे बढ़ा दिया है, वहीं पार्टी के अन्य सभी आंदोलन, प्रदर्शन और सभाएं फिलहाल के लिए स्थगित कर दी गई हैं। दूसरी ओर, अन्य राजनीतिक दलों और सामाजिक संगठनों ने भी इस महीने प्रस्तावित अपने सभी प्रमुख कार्यक्रमों को रद्द या आगे के लिए टाल दिया है। इस कदम को नागरिकों की सुरक्षा और सामाजिक शांति को प्राथमिकता देने के रूप में देखा जा रहा है। प्रशासनिक तैयारी भी तेज.... जिला प्रशासन, नगर निगम और पुलिस प्रशासन अपने-अपने स्तर पर सिविल डिफेंस तैयारियों को मजबूत करने में लगे हुए हैं। सुरक्षा व्यवस्था की समीक्षा के साथ-साथ मॉक ड्रिल, अलर्ट सिस्टम और आपात स्थितियों से निपटने के लिए फील्ड प्लानिंग पर भी काम किया जा रहा है। शासकीय विभागों ने संभावित ब्लैकआउट और राहत केंद्रों की व्यवस्था पर फोकस बढ़ाया है। सुनील साहू / शहबाज / 08 मई 2025/ 05.48