देहरादून (ईएमएस)। बुद्ध पूर्णिमा के अवसर पर आज पवित्र शिलालेख कालसी में बाबा साहेब डॉक्टर बीआर अंबेडकर संयुक्त मोर्चा भारत एव बौद्ध उत्सव मेला समिति के संयुक्त तत्वावधान में भव्य मेला लगाया गया और इस अवसर सैकडों लोगों ने मेले का आनंद उठाया। इस अवसर पर भगवान बुद्ध को भी याद किया गया। इस अवसर पर डॉक्टर बीआर अंबेडकर संयुक्त मोर्चा भारत चकराता के संरक्षक एवं भारत संवैधानिक अधिकार संरक्षण मंच के राष्ट्रीय संयोजक दौलत कुंवर ने बताया कि उत्तराखंड उत्तर प्रदेश के साथ-साथ कहीं राज्यों से लोगों ने आकर कालसी पवित्र शिलालेख की पहले भंते देशराज के द्वारा परिक्रमा की उसके बाद पुरातत्व विभाग भारत सरकार द्वारा बनाए गए पार्क के अंदर अलग-अलग जानकारियां बुद्ध भगवान से जुड़ी हुई हासिल करके सभी के सभी लोग सीधे हैरिटेज वेडिंग प्वाइंट विकास नगर पहुंचे वहां पर सभा का आयोजन किया गया था। इस अवसर पर डॉक्टर बीआर अंबेडकर संयुक्त मोर्चा भारत चकराता के संरक्षक एवं भारत संवैधानिक अधिकार संरक्षण मंच के राष्ट्रीय संयोजक दौलत कुंवर ने भगवान गौतम बुद्ध के जीवन परिचय से सभी दर्शकों को अवगत कराया और उन्होंने खुशी जाहिर की 14 अप्रैल 2025 को डॉ. बाबा साहेब अंबेडकर की भव्य प्रतिमा स्थापित चकराता के बाद इस क्षेत्र में व्यापक स्तर पर लोग अंबेडकर मिशन करवा के साथ बहुत तेजी से जुड़ रहे हैं। उन्होंने कहा कि आज तक कोई भी जनजाति क्षेत्र जौनसार बाबर का व्यक्ति बुद्ध पूर्णिमा के शुभ अवसर पर अशोक शिलालेख कालसी नहीं आता था क्योंकि इस क्षेत्र के लोगों के पास इस पवित्र स्थान की कोई जानकारी नहीं थी लेकिन दौलत कंुवर द्वारा कहा गया चैबीस वर्षों से भगवान गौतम बुद्ध डॉ बाबासाहेब अंबेडकर के पदचिन्हों पर चलकर इस क्षेत्र के लोगों को व्यापक स्तर पर जागरूक किया जा रहा है इसी का तात्पर्य था कि आज बड़ी संख्या में इस क्षेत्र से लोगों ने भी आज भव्य मेले में शामिल होकर पवित्र अशोक शिलालेख के दर्शन किए और अब यह कारवां दिन प्रतिदिन आगे बढ़ता जाएगा। शैलेन्द्र नेगी/ईएमएस/12 मई 2025