राज्य
12-May-2025


रांची(ईएमएस)।डोरंडा स्थित गोरखा चौक, नेपाल हाउस परिसर में भगवान बुद्ध का जन्मोत्सव समारोह रविवार को हर्षोल्लास एवं भक्ति भावना के साथ मनाया गया। इस आयोजन का नेतृत्व छोटानागपुर बौद्ध सोसाइटी ने किया। सुबह से ही श्रद्धालु महिला भक्तों की भारी भीड़ पूजा-अर्चना में शामिल होने के लिए उमड़ पड़ी। खास तौर पर दार्जिलिंग से आए लामा द्वारा महिला भक्तों को विधिपूर्वक पूजा कराई गई।भक्तजनों का एक समूह सिद्धार्थ नगर स्थित हॉस्पिटल लाइन पहुंचा, जहां पारंपरिक लुंगदर झंडा फहराया गया एवं भगवान गौतम बुद्ध की विशेष पूजा-अर्चना की गई। इस अवसर पर राज्य के पूर्व वित्त मंत्री और वर्तमान विधायक डॉ. रामेश्वर उराँव तथा झारखंड प्रदेश कांग्रेस कमिटी के महासचिव आलोक कुमार दूबे भी कार्यक्रम में उपस्थित रहे। दोनों अतिथियों ने श्रद्धापूर्वक भगवान बुद्ध की पूजा की,प्रसाद ग्रहण किया एवं राज्य की समृद्धि, शांति और सामाजिक समरसता के लिए प्रार्थना की।पूजा उपरांत मीडिया से बातचीत में डॉ. रामेश्वर उराँव ने कहा, “भगवान बुद्ध का जीवन संदेश आज भी मानवता के लिए मार्गदर्शक है। उनके विचारों को आत्मसात कर हम एक समतामूलक एवं शांतिपूर्ण समाज की स्थापना कर सकते हैं।” उधर, जैप-1 वाहिनी गुंबा समिति द्वारा जैप वन परिसर में भी बुद्ध जयंती समारोह उत्साहपूर्वक मनाया गया। समारोह की शुरुआत सुबह ग्यारह बजे प्रभात फेरी से हुई, जिसमें जैप वन के समादेष्टा राकेश रंजन एवं कांग्रेस के वरिष्ठ नेता आलोक कुमार दूबे मुख्य अतिथि के रूप में शामिल हुए। प्रभात फेरी के माध्यम से बुद्ध के संदेशों को जन-जन तक पहुँचाने का प्रयास किया गया।दोनों स्थलों पर श्रद्धालुओं में गहरी आस्था, उत्साह और शांति का वातावरण देखने को मिला। कार्यक्रम के सफल आयोजन में छोटानागपुर बौद्ध सोसाइटी, जैप वन वाहिनी गुंबा समिति एवं स्थानीय नागरिकों की सराहनीय भूमिका रही।उन्होंने कहा, “आज ही के दिन भगवान बुद्ध को ज्ञान की प्राप्ति हुई थी। यही दिन उनके जीवन के निर्माण का प्रतीक है। बुद्ध धर्म में यह तिथि अत्यंत महत्वपूर्ण मानी जाती है। उनके उपदेश और वचन हर युग में प्रासंगिक हैं। वे सात्विक सत्य के आधार पर टिकी हुई शिक्षाएँ हैं, जो मानवता को शांति, करुणा और समरसता की ओर ले जाती हैं।”डॉ. उराँव ने लोगों से आह्वान किया कि आज के दिन हम यह संकल्प लें कि भगवान बुद्ध के पंचशील वचनों को अपने जीवन में अपनाएँ। उन्होंने कहा कि यदि समाज के सभी वर्ग इन वचनों को अपनाएं, तो एक समतामूलक, शांतिपूर्ण और नैतिक समाज की स्थापना संभव है।इस अवसर पर उन्होंने राज्य और देश की सुख-शांति एवं समृद्धि की कामना भी की।भगवान बुद्ध जयंती के अवसर पर आयोजित समारोह में झारखंड प्रदेश कांग्रेस कमेटी के महासचिव आलोक कुमार दुबे ने कहा कि यह दिन केवल बौद्ध अनुयायियों के लिए नहीं, बल्कि समस्त मानव समाज के लिए शांति, सहिष्णुता और करुणा का प्रतीक है। उन्होंने कहा कि आज का दिन हमें यह संदेश देता है कि हम भगवान बुद्ध के आदर्शों को अपने जीवन में अपनाएं और एक बेहतर समाज की स्थापना की ओर कदम बढ़ाएं।उन्होंने कहा कि “हमारे भीतर यदि शांति देने की शक्ति है, तो जरूरत पड़ने पर अन्याय और अधर्म के विरुद्ध खड़ा होने का साहस भी होना चाहिए। जैसे मां दुर्गा को भी राक्षसों के वध के लिए सशक्त रूप धारण करना पड़ा था, वैसे ही सहिष्णुता के साथ-साथ सामाजिक अन्याय के खिलाफ प्रतिरोध भी ज़रूरी है।”उन्होंने महात्मा गांधी का उल्लेख करते हुए कहा कि उन्होंने भी भगवान बुद्ध के सिद्धांतों को अपनाया और अहिंसा के मार्ग पर चलकर देश को आज़ादी दिलाई। “अगर कोई हमें एक थप्पड़ मारे, तो हम दूसरा गाल आगे कर दें यह हमारी सहनशक्ति का परिचय है। यही भगवान बुद्ध का मार्ग है शांति और सहिष्णुता का मार्ग,” उन्होंने कहा।समारोह के अंत में आलोक कुमार दूबे ने राजधानीवासियों को बुद्ध पूर्णिमा की शुभकामनाएँ देते हुए कहा, “मैं इस पावन अवसर पर रांचीवासियों और पूरे प्रदेश को भगवान बुद्ध जन्मोत्सव की हार्दिक बधाई और शुभकामनाएँ देता हूँ।गोरखा चौक नेपाल हाउस पर आयोजित बुद्ध जयंती का नेतृत्व छोटा नागपुर बौद्ध सोसाइटी के अध्यक्ष सुरेन तामंग ने किया जबकि जैप वन परिसर में आयोजित कार्यक्रम का नेतृत्व पेमेन जिम्बा ने किया। कर्मवीर सिंह/12मई/25