राज्य
21-May-2025


नई दिल्ली (ईएमएस)। दिल्ली के रघुबीर नगर में एक ऐसी घटना हुई है जो हर सुनने वाले को भावुक कर देगी। 18-19 मई की रात करीब 3:15 बजे गुरु गोबिंद सिंह अस्पताल से ख्याला थाने को सूचना मिली कि तीन लोग गंभीर रूप से घायल हालत में भर्ती हैं। इसमें 29 साल के कवलजीत सिंह, उनकी 23 साल की बहन बलजीत कौर और 47 साल के कमल कुमार थे। लेकिन इस दुखद रात में सबसे बड़ा झटका तब लगा, जब इलाज के दौरान कवलजीत सिंह ने दम तोड़ दिया। उनके शरीर पर चाकू के कई घाव थे, जो इस क्रूर हमले की कहानी बयां करते हैं। बलजीत कौर, जो इस हादसे की चश्मदीद गवाह हैं, ने पुलिस को बताया कि हमलावरों ने उनके भाई कवलजीत पर चाकू से ताबड़तोड़ वार किए। बलजीत ने अपनी जान की परवाह न करते हुए भाई को बचाने की कोशिश की, लेकिन हमलावरों ने उन पर और कमल कुमार पर भी हमला कर दिया। इसके बाद वो गुरुद्वारे की ओर भाग गए। बलजीत का यह बयान सुनकर हर किसी का दिल पसीज जाता है। एक बहन का अपने भाई को बचाने का जज्बा और फिर उसका यूं चले जाना। पुलिस की जांच में पता चला कि इस वारदात की जड़ चार-पांच महीने पुरानी रंजिश थी। रघुबीर नगर के आर ब्लॉक का एक शख्स, आशु, बलजीत कौर को गलत शब्द कहता था। भाई कवलजीत ने बहन का सम्मान बचाने के लिए आशु को थप्पड़ मार दिया था। इस बात को आशु ने दिल से लगा लिया और अपने दोस्तों (जिनमें से कुछ नाबालिग हैं) के साथ मिलकर कवलजीत से बदला लेने की साजिश रची। उस रात यह साजिश एक खौफनाक हकीकत बन गई। अजीत झा/ देवेन्द्र/ नई दिल्ली /ईएमएस/21/ मई /2025