-एशियन लीडरशिप कॉन्फ्रेंस में बोल रहे थे आप सांसद राघव चड्ढा सियोल,(ईएमएस)। दक्षिण कोरिया की राजधानी सियोल में आयोजित एशियन लीडरशिप कॉन्फ्रेंस 2025 में आम आदमी पार्टी के राज्यसभा सांसद राघव चड्ढा ने भारत की आतंकवाद-रोधी नीति का स्पष्ट और सशक्त प्रस्तुतिकरण किया। उन्होंने कहा कि भारत अब आतंक के विरुद्ध केवल बयान जारी नहीं करता, बल्कि सटीक और निर्णायक कार्रवाई भी करता है। सांसद चड्ढा ने हाल ही में हुए ‘ऑपरेशन सिंदूर’ का हवाला देते हुए बताया कि भारत ने 22 अप्रैल को जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले के बाद यह सिद्ध कर दिया कि आतंक के ढांचे को किसी भी कीमत पर बख्शा नहीं जाएगा। उन्होंने सम्मेलन में कहा, कि भारत शांति का समर्थक तो है, लेकिन अगर कोई हमारे नागरिकों को निशाना बनाता है, तो हम जवाब देने में पीछे नहीं रहते। अब हम केवल कूटनीतिक प्रतिक्रिया नहीं देते, जरूरत पड़ने पर सीमापार सैन्य कार्रवाई भी करते हैं। चड्ढा ने अपने संबोधन में पाकिस्तान प्रायोजित आतंकवाद का मुद्दा उठाते हुए वैश्विक समुदाय से आग्रह किया कि आतंकवाद के खिलाफ एकजुट होकर लड़ाई लड़ना आज समय की मांग है। यह केवल भारत की नहीं, बल्कि पूरी मानवता की लड़ाई है। आतंकवाद का कोई धर्म नहीं होता, और उसे किसी सीमा या सत्ता से संरक्षण नहीं मिलना चाहिए। सांसद चड्ढा ने महात्मा गांधी, भगत सिंह और सुभाष चंद्र बोस का उल्लेख करते हुए भारत की बहुआयामी विरासत पर प्रकाश डाला। भारत अहिंसा का संदेश देने वाली भूमि है, लेकिन इसी भूमि से हमें साहसिक और निर्णायक कार्रवाई की प्रेरणा भी मिलती है। वैश्विक नेताओं के साथ मंच साझा किया राघव चड्ढा ने इस प्रतिष्ठित सम्मेलन में कई अंतरराष्ट्रीय नेताओं और दिग्गजों के साथ मंच साझा किया, जिनमें ब्रिटेन के पूर्व प्रधानमंत्री ऋषि सुनक, अमेरिका के पूर्व विदेश मंत्री माइक पोंपियो, ऑस्ट्रेलिया के पूर्व प्रधानमंत्री टोनी एबॉट, नेटफ्लिक्स के सीईओ रीड हेस्टिंग्स और ब्लैकस्टोन के सीईओ स्टीव श्वार्जमैन शामिल हैं। सम्मेलन में भू-राजनीति, जलवायु परिवर्तन और वैश्विक विकास जैसे विषयों पर भी गहन चर्चा हुई। भारत के प्रतिनिधित्व ने इस बार मंच पर एक नई ऊर्जा और स्पष्ट नीति दृष्टिकोण को सामने रखा। हिदायत/ईएमएस 21मई25