मुंबई, (ईएमएस)। हर साल की तरह इस साल भी म्हाडा के मुंबई बिल्डिंग मरम्मत और पुनर्निर्माण बोर्ड ने मुंबई में पुरानी और जीर्ण-शीर्ण इमारतों का नियमित प्री-मानसून सर्वेक्षण पूरा कर लिया है। इस सर्वेक्षण में इस वर्ष 96 इमारतों को अत्यंत खतरनाक पाया गया है। इन 96 इमारतों में वे 2 इमारतें भी शामिल हैं जिन्हें पिछले वर्ष अत्यधिक खतरनाक घोषित किया गया था। इसमें एक हजार से अधिक किरायेदार/निवासी रह रहे हैं। इसलिए, मुंबई बिल्डिंग मरम्मत और पुनर्निर्माण बोर्ड ने इन किरायेदारों और निवासियों से सुरक्षा नियमों का पालन करने और कार्यवाही में सहयोग करने की अपील की है। इन अत्यधिक खतरनाक भवनों में कुल 3162 किरायेदार/निवासी हैं, जिनमें से 2577 निवासी हैं और 585 गैर-निवासी हैं। बोर्ड ने 184 आवासीय भूस्वामियों को अपनी जमीन खाली करने के लिए नोटिस जारी किया है। जिन किरायेदारों/निवासियों को नोटिस दिए गए थे, उनमें से 03 आवासीय किरायेदारों/निवासियों को संक्रमणकालीन शिविर में स्थानांतरित कर दिया गया है। नोटिस के बावजूद ध्वस्त नहीं की गई आवासीय झुग्गियों की संख्या 176 है। बोर्ड द्वारा की गई कार्रवाई के अनुसार, किसी भी आवासीय किरायेदार/निवासी ने अपने आश्रय के लिए वैकल्पिक व्यवस्था नहीं की है। शेष भवनों के किरायेदारों/निवासियों को बेदखली नोटिस जारी कर दिए गए हैं तथा बोर्ड भवनों को ध्वस्त करने की प्रक्रिया में है। इसके अलावा, चूंकि 2577 आवासीय किरायेदारों/निवासियों को संक्रमणकालीन शिविर में समायोजित किया जाना है, इसलिए बोर्ड इस संबंध में कार्रवाई कर रहा है। बोर्ड उच्च जोखिम वाले भवनों के किरायेदारों/निवासियों से अपील कर रहा है कि वे आवश्यकतानुसार भवन खाली करने में बोर्ड के अधिकारियों व कर्मचारियों का सहयोग करें तथा स्वयं व अपने परिवार की सुरक्षा के लिए बोर्ड के अधिकारियों द्वारा दिए गए निर्देशों का पालन करें ताकि दुर्घटनाओं के कारण होने वाली जान-माल की हानि से बचा जा सके। इसके अलावा, चूंकि बोर्ड का नियंत्रण कक्ष 24x7 कार्यरत रहता है, इसलिए बोर्ड जनता से अपील कर रहा है कि यदि भवन में किसी प्रकार का खतरा या दुर्घटना का संकेत हो तो नियंत्रण कक्ष को सूचित करें। संजय/संतोष झा- २२ मई/२०२५/ईएमएस