मुंबई, (ईएमएस)। मई महीने में ही भारी बारिश शुरू हो गई है। महाराष्ट्र के अधिकांश हिस्सों में भारी बारिश की चेतावनी जारी की गई है। कोंकण तट पर भी भारी बारिश हुई है। हालाँकि, इस समय जो बारिश हो रही है वह बेमौसम बारिश है। मानसून के 25 से 27 मई के बीच केरल पहुंचने की उम्मीद है। इसके बाद यह तल कोंकण में दस्तक देगा और 1 जून तक पूरे महाराष्ट्र को कवर कर लेगा। बारिश का मौसम मछलियों के प्रजनन का मौसम होता है। इसलिए 1 जून से 31 जुलाई तक मछली पकड़ना बंद रहेगा। मानसून के दौरान समुद्र में हाई टाइड के कारण मत्स्य विभाग ने 1 जून से 31 जुलाई तक मोटर चालित और यांत्रिक नावों पर समुद्र में मछली पकड़ने पर प्रतिबंध लगा दिया है। यह प्रतिबंध मानसून में मोटर चालित और यांत्रिक मछली पकड़ने वाली नौकाओं पर लागू होगा। लेकिन यह प्रतिबंध पारंपरिक मछली पकड़ने में लगी गैर-मोटर चालित नौकाओं पर लागू नहीं होगा। मछली पकड़ने के लिए बाहर गई सभी यांत्रिक और मोटर चालित मछली पकड़ने वाली नौकाओं को 1 जून से पहले मछली पकड़ने के बाद बंदरगाह पर वापस आना आवश्यक है। आदेश जारी किए गए हैं कि 31 जुलाई को या उससे पहले नौकाओं को मछली पकड़ने के लिए समुद्र में जाने की अनुमति नहीं दी जाएगी। गहरे समुद्र में मछली पकड़ने के संबंध में केंद्र सरकार की नीति, दिशा निर्देश और आदेश राज्य के समुद्री क्षेत्राधिकार (तट से 12 समुद्री मील से परे) के बाहर गहरे समुद्र में मछली पकड़ने के लिए जाने वाले जहाजों पर लागू रहेंगे। यदि मानसून के दौरान मछली पकड़ने पर प्रतिबंध की अवधि के दौरान राज्य के समुद्री जल में कोई मोटर चालित एवं यांत्रिक मछली पकड़ने वाली नौकाएं मछली पकड़ती पाई गईं, तो नौकाओं, उन पर लगे सहायक उपकरण एवं मछली पकड़ने के उपकरण तथा उनमें पाई जाने वाली मछलियों को जब्त कर लिया जाएगा। दरअसल मछलियाँ बरसात के मौसम में प्रजनन करती हैं। ऐसी स्थिति में मछली पकड़ने के परिणामस्वरूप प्रजनन करने वाली मछलियाँ जाल में फंस सकती हैं, जिससे मछली पकड़ने की संख्या में कमी आ सकती है। इसलिए बरसात के मौसम में मछली पकड़ना प्रतिबंधित है। चूंकि मानसून के मौसम में मछली पकड़ना बंद रहता है, इसलिए मछली बाजार में आपूर्ति कलकत्ता या गुजरात से होती है। इसके अलावा, खाने के शौकीनों को कुछ समय तक सूखी मछली पर ही निर्भर रहना होगा। संजय/संतोष झा- २२ मई/२०२५/ईएमएस