ज़रा हटके
10-Jul-2025
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नई दिल्ली (ईएमएस)। भारत सरकार के आयुष मंत्रालय के अनुसार जल ब्राह्मी एक प्रभावशाली एडाप्टोजेन है, जो शरीर और दिमाग को तनावपूर्ण परिस्थितियों से उबरने में मदद करता है। आयुर्वेद में जल ब्राह्मी को एक अद्भुत औषधीय पौधे के रूप में पहचाना जाता है। इसे निरब्राह्मी या जल नेवरी के नाम से भी जाना जाता है। यह बूटी विशेष रूप से नम स्थानों और जलाशयों के किनारे उगती है और सदियों से आयुर्वेदिक उपचारों में उपयोग हो रही है। जल ब्राह्मी में एडाप्टोजेन्स प्राकृतिक तत्व होते हैं जो शरीर की प्रतिरोधक क्षमता को मजबूत बनाते हैं और मानसिक तनाव, थकान, चिंता जैसी स्थितियों में राहत प्रदान करते हैं। जल ब्राह्मी विशेष रूप से उन लोगों के लिए फायदेमंद है जो परीक्षा, ऑफिस के दबाव या किसी मानसिक चुनौती से गुजर रहे हैं। यह दिमाग को शांत रखने और एकाग्रता बनाए रखने में सहायता करता है। जल ब्राह्मी को खासकर मस्तिष्क की शक्ति बढ़ाने के लिए जाना जाता है। यह याददाश्त, एकाग्रता और सीखने की क्षमता को बेहतर करता है। बच्चों से लेकर बुजुर्गों तक, यह बूटी हर उम्र के लोगों के लिए लाभकारी है। अल्जाइमर या डिमेंशिया जैसी समस्याओं से जूझ रहे बुजुर्गों के लिए भी यह वरदान साबित हो सकती है। इसमें मौजूद नेचुरल एंटी-डिप्रेसेंट तत्व तनाव और चिंता को दूर कर बेहतर नींद दिलाने में सहायक होते हैं। इसके अलावा जल ब्राह्मी का सेवन हृदय स्वास्थ्य को भी मजबूत बनाता है। यह रक्तचाप को नियंत्रित करता है और दिल की कार्यक्षमता में सुधार लाता है। इसमें मौजूद एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण जोड़ों के दर्द और सूजन को कम करने में प्रभावी होते हैं, जिससे गठिया या मांसपेशियों के दर्द से राहत मिल सकती है। बच्चों में मानसिक विकास को बढ़ावा देने, बोलने में देरी या याददाश्त की कमजोरी जैसे लक्षणों के इलाज में भी जल ब्राह्मी मददगार है। सुदामा/ईएमएस 10 जुलाई 2025