रिसाली,(ईएमएस)। लगातार बारिश ने जनजीवन को प्रभावित कर दिया। निचली बस्ती से लेकर पाॅश काॅलोनी में बारिश का पानी निकालने कड़ी मशक्कत करनी पड़ी। महापौर शशि सिन्हा, आयुक्त मोनिका वर्मा समेत सांसद प्रतिनिधि दीपक पप्पू चंद्राकर जलमग्न वार्डो तक न केवल पहुंचे, बल्कि पानी निकासी की स्थिति का जायजा लेते रहे। आधी रात के बाद शुरू हुई बारिश का पानी सुबह-सुबह घरों के अंदर घुसने लगा। सड़क और गलियों का पानी नालों तक पहुंचकर ऊफान मारने लगा। स्थिति ऐसी थी कि बाजार क्षेत्र से लेकर काॅलोनियों में 2.5 फीट पानी चढ़ा हुआ था। हालांकि महापौर शशि सिन्हा, एमआईसी संजू नेताम, जहीर अब्बास, अनिल देशमुख, जमुना ठाकुर समेत सांसद प्रतिनिधि दीपक पप्पू चंद्राकर, आयुक्त मोनिका वर्मा के दिशा निर्देश पर राहत कार्य चलते रहा। दोपहर तक अधिकांश वार्डो से पूर्ण रूप से पानी निकासी हो चुका था। इंटरनेशनल काॅलोनी तालपुरी, मैत्रीनगर, रिसाली बस्ती, नेवई, मरोदा स्लम क्षेत्र, व्हीआईपी नगर, प्रगतिनगर, शक्ति विहार, सरस्वती कुंज अवधपुरी, डुण्डेरा। जल भराव वाले वार्डो को देख महापौर शशि सिन्हा ने पूरे क्षेत्र की स्थिति का जायजा लेने एमआईसी की बैठक बुलाई। इस दौरान उन्होंने स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों और सफाई ठेकेदार को बैठक में विस्तार से चर्चा की। महापौर शशि ने बारिश में विशेष कार्य योजना तैयार कर एक गैंग पानी निकासी कार्य के लिए तैयार रहने के निर्देश दिए। दरअसल बी.एस.पी. द्वारा शिवनाथ से मरोदा टैंक तक के लिए पाइप लाइन बिछाने का कार्य किया जा रहा है। मलबा सड़क और माइनर नहर के आस पास छोड़ रखा है। इसे हटाने निगम ने बी.एस.पी. को पत्र भी लिखा है। यही वजह है कि परशुराम चैक से लेकर सांई मदिर तक कई जगह पानी निकासी के लिए कच्चा रास्ता बनाना पड़ा। सत्यप्रकाश/किसुन/10 जुलाई 2025