राष्ट्रीय
16-Jul-2025


हाईकोर्ट ने कहा- चंडीगढ़ पुलिस निष्पक्ष और प्रभावी जांच करने में विफल चंडीगढ़,(ईएमएस)। भारतीय सेना के कर्नल पुषपिंदर बाठ और उनके बेटे के साथ मार्च में पटियाला में हुई मारपीट मामले में अब नया मोड़ आ गया है। पंजाब एंड हरियाणा हाईकोर्ट ने बुधवार को इस मामले की जांच सीबीआई को सौंपने का आदेश दिया। इससे पहले यह जांच चंडीगढ़ पुलिस कर रही थी, लेकिन कोर्ट ने माना कि यूटी पुलिस मामले की निष्पक्ष और प्रभावी जांच करने में विफल रही। अदालत की ओर से औपचारिक आदेश भी जारी किया जाएगा, जिसमें यह स्पष्ट होगा कि सीबीआई को कितने समय में जांच पूरी करनी है। वहीं, पंजाब के फाइनेंस मंत्री हरपाल सिंह चीमा ने कहा कि जांच होनी चाहिए। पहले परिवार ने चंडीगढ़ पुलिस से मांग की थी। बाकि जांच का आदेश आने के बाद सारी स्थिति साफ हो पाएगी। इस मामले की एफआईआर दर्ज हुए तीन महीने हो गए हैं, जबकि जांच एसआईटी को ट्रांसफर हुए भी तीन महीने हो चुके हैं, लेकिन अभी इस मामले में कोई भी आरोपी गिरफ्तार नहीं किया गया है। परिवार की ओर से कहा गया है कि जब इंस्पेक्टर रोनी की याचिका हाईकोर्ट में लगी थी, उस समय कोर्ट ने जांच अधिकारी से पूछा था कि क्या आरोपी की याचिका खारिज होती है, तो उसे गिरफ्तार किया जाएगा। इस पर जांच अधिकारी ने हां में उत्तर दिया था। लेकिन अभी तक उस पर कोई कार्रवाई नहीं हुई है। कर्नल बाठ वर्तमान में कैबिनेट सचिवालय में डिप्टी सेक्रेटरी के पद पर तैनात हैं। उन्होंने अपने साथ हुई घटना को अत्यधिक क्रूरता, अहंकार और अमानवीय व्यवहार का उदाहरण बताया है। जानकारी के मुताबिक यह मामला मार्च महीने में सामने आया था। इसके बाद पंजाब विधानसभा में भी इस मामले को उठाया गया था। वहीं यह केस पंजाब और हरियाणा हाईकोर्ट में पहुंचा। इस दौरान कर्नल बाठ की पत्नी ने मांग की थी कि इस मामले की जांच सीबीआई या किसी अन्य एजेंसी से कराई जाए। कोर्ट ने सारे तथ्यों पर पड़ताल की थी। इसके बाद यह मामला चंडीगढ़ पुलिस को सौंपा था। इस मामले की जांच अगस्त महीने तक पूरी करने के आदेश दिए गए थे। करीब एक महीना पहले कर्नल की पत्नी पंजाब के गवर्नर एवं चंडीगढ़ के प्रशासक गुलाब चंद कटारिया से भी मिली थी। बता दें पटियाला में 13-14 मार्च की रात को आर्मी कर्नल से मारपीट की गई थी, तब पुलिस ने कार्रवाई नहीं की। इसके बाद मामला रक्षा मंत्रालय और आर्मी हेडक्वार्टर पहुंचा तो पुलिस ने 9 दिन बाद बाई नेम एफआईआर दर्ज कर 12 पुलिसवालों को सस्पेंड कर दिया। इसमें 5 इंस्पेक्टर भी शामिल हैं। इसके बाद हाईकोर्ट ने चंडीगढ़ पुलिस को मामले की जांच सौंपी थी। चंडीगढ़ पुलिस की एसआईटी इस मामले की जांच कर रही है। एसआईटी घटना स्थल का मुआयना कर आई है। सीन दोबारा रीक्रिएट किया था। इसके अलावा ढाबे के स्टाफ से भी बयान दर्ज किए गए। सिराज/ईएमएस 16जुलाई25 ----------------------------------