फिरोजाबाद (ईएमएस) धर्मांतरण कराने वाले अंतरराज्यीय नेटवर्क के मास्टरमाइंड अब्दुल रहमान की गिरफ्तारी के बाद बड़ा खुलासा हुआ है। पुलिस जांच में सामने आया है कि अब्दुल रहमान मूल रूप से फिरोजाबाद जिले के थाना रजवाली क्षेत्र के रामगढ़ गांव का रहने वाला है। गांव के लोगों ने बताया कि वह व्यक्ति दरअसल पप्पू उर्फ महेंद्र सिंह जादौन है, जो करीब 30 साल पहले गांव से चला गया था। गांव के ग्रामीणों ने पहचान की पुष्टि करते हुए बताया कि पप्पू का जन्म हिंदू जादौन परिवार में हुआ था। पिता प्रेमपाल जादौन के तीन बेटों में से एक था पप्पू। वर्षों पहले उसके चले जाने के बाद उसका पुश्तैनी घर और खेत भी बिक चुके हैं। इस सनसनीखेज मामले में तब और भी हलचल मच गई जब दिल्ली से गिरफ्तार अब्दुल रहमान को पुलिस ने मुंह पर कपड़ा बांधकर गांव लाया। ग्रामीणों ने बताया कि वह शख्स कोई और नहीं बल्कि गांव का ही गुमशुदा पप्पू है। इस पूरे प्रकरण से यह साफ हो गया है कि अंतरराष्ट्रीय स्तर पर धर्मांतरण की साजिश रचने वाला मास्टरमाइंड एक समय फिरोजाबाद के एक साधारण गांव में पला-बढ़ा था। आगरा पुलिस द्वारा की गई यह गिरफ्तारी अब कई राज्यों की एजेंसियों के लिए अहम कड़ी बन सकती है। पुलिस और खुफिया एजेंसियां अब इस बात की भी तफ्तीश कर रही हैं कि पप्पू उर्फ अब्दुल रहमान ने 30 साल पहले गांव छोड़ने के बाद किन-किन संगठनों के संपर्क में आकर यह रूप बदला, और इस नेटवर्क को कैसे खड़ा किया। ईएमएस