राज्य
23-Jul-2025


* सड़क मार्ग दुर्घटना रोकने शुरू की गयी कवायद कोरबा (ईएमएस) देश के 132 ऐसे शहर, जहां वर्ष 2011 की स्थिति में पांच लाख से ज्यादा की आबादी है या ऐसे मेजर डिस्ट्रक्ट, जहां सबसे ज्यादा सड़क मार्ग दुर्घटना होती हैं, उन शहरों के राजमार्ग पर आईटीएएसएस योजना के तहत हाईटेक कैमरे लगाने का केंद्र सरकार ने निर्णय लिया है। सड़क मार्ग दुर्घटना रोकने बनाई गई राज्य की नोडल एजेंसी इस योजना का क्रियान्वयन करने जा रही है। इसके लिए नोडल एजेंसी ने एक प्रस्ताव तैयार कर केंद्र सरकार के पास भेजा है, जिसे केंद्र की ओर से सैद्धांतिक सहमति मिल गई है। आईटीएमएस फेस-2 के तहत रायपुर, दुर्ग-भिलाई तथा कोरबा में 118 स्थानों पर हाईटेक कैमरे लगाए जाएंगे। कैमरे उन स्थानों पर लगाए जाएंगे, जहां सड़क मार्ग दुर्घटना की घटनाएं सबसे ज्यादा होती हैं। राज्य में हर वर्ष रोड सड़क मार्ग दुर्घटना में मृतकों की संख्या बढ़ती जा रही है। पांच वर्षों में छत्तीसगढ़ में रोड सड़क मार्ग दुर्घटना में मृत हुए लोगों की संख्या 33 हजार 700 थी। सबसे ज्यादा सड़क मार्ग दुर्घटना की घटनाएं रायपुर, दुर्ग-भिलाई तथा कोरबा में हुई हैं। सड़क मार्ग दुर्घटना में एक तिहाई मृतकों की संख्या इन्हीं तीनों जिलों में रही है। इस वजह से इन तीन शहरों के राजमार्ग जहां सबसे ज्यादा सड़क मार्ग दुर्घटना होते हैं, उन स्थानों की पहचान कर आईटीएमएस योजना के तहत कैमरे लगाए जाने का निर्णय लिया गया है। जिन जगहों पर कैमरे लगाए जाएंगे, उनमें राष्ट्रीय राजमार्ग से सटे मार्ग भी शामिल हैं। जिन स्थानों पर सड़क मार्ग दुर्घटना ज्यादा होते हैं, वहां 24 घंटे यातायात पुलिस की तैनाती संभव नहीं है। जहां ज्यादा सड़क मार्ग दुर्घटना होते हैं, कैमरे लगने के बाद उस स्थानों की 24 घंटे निगरानी हो सकेगी। दुर्घटना होने पर किस वाहन चालक ने गलती की है, कैमरे के माध्यम से आसानी से इसकी जानकारी मिल पाएगी। इसके बाद दोषी वाहन चालक के खिलाफ कार्यवाही करने में आसानी होगी। * यातायात नियमों का उल्लंघन करने पर कटेगा चालान राजमार्ग पर गलत दिशा में वाहन चलाने के अलावा तेज रफ्तार वाहन चलाने वालों के खिलाफ अब तक कोई कार्यवाही नहीं होती थी। आईटीएमएस कैमरे लगने के बाद राजमार्ग पर गलत दिशा में वाहन चलाने के अलावा तेज रफ्तार वाहन चलाने वालों के खिलाफ चालानी कार्यवाही की जाएगी। यातायात उल्लंघन करने वाले वाहन चालकों का ऑनलाइन चालान जनरेट कर मोबाइल, ई-मेल के माध्यम से भेजा जाएगा। 23 जुलाई / मित्तल