हवाई हमलों और गोलीबारी में अब तक 12 की मौत बैंकॉक/नोम पेन्ह(ईएमएस)। थाईलैंड और कंबोडिया के बीच सीमा विवाद गुरुवार को हिंसक टकराव में बदल गया, जिसमें कम से कम 12 नागरिकों की मौत हो गई। थाई सेना के अनुसार, सबसे ज्यादा हताहत सिसा केट प्रांत में हुए, जहां एक पेट्रोल पंप पर गोलीबारी में छह लोगों की जान चली गई। तीन सीमा प्रांतों में कुल 14 लोग घायल बताए गए हैं। बीते मई में हुई एक झड़प में एक कंबोडियाई सैनिक की मौत के बाद दोनों देशों के बीच तनाव बढ़ता गया है। अब हालात इस कदर बिगड़ चुके हैं कि दोनों पक्षों ने एक-दूसरे पर पहले फायरिंग शुरू करने का आरोप लगाया है। थाईलैंड की सेना ने पुष्टि की कि उसने कंबोडिया में स्थित कुछ लक्ष्यों पर हवाई हमले किए। कंबोडिया के रक्षा मंत्रालय ने आरोप लगाया कि थाईलैंड ने प्राचीन प्रेह विहेयर मंदिर के पास सडक़ पर बम गिराए। थाई रक्षा मंत्रालय के प्रवक्ता सुरसंत कोंगसिरी ने बताया कि कंबोडिया से आई गोलीबारी में एक नागरिक की मौत हुई और एक पांच वर्षीय बच्चा समेत तीन अन्य गंभीर रूप से घायल हो गए थे। हालांकि अब मृतको की संख्या बढक़र कुल नौ हो गई है। प्राचीन मंदिरों के आसपास हुई झड़पें गुरुवार सुबह पहली झड़प सुरिन प्रांत और ओडर मींचे प्रांत के बीच ता मुएन थोम मंदिर के पास हुई। कंबोडिया के प्रधानमंत्री हुन मानेट ने कहा कि थाई सेना ने उनके क्षेत्रों पर हमला किया, जिससे उन्हें जवाबी कार्रवाई करनी पड़ी। दोनों देशों ने एक-दूसरे पर गोलीबारी शुरू करने का आरोप लगाया है। सोशल मीडिया पर वायरल वीडियो में लोग बंकरों में छिपते नजर आए। राजनयिक संबंधों में गिरावट गुरुवार सुबह कंबोडिया ने थाईलैंड के साथ अपने राजनयिक संबंधों को सबसे निचले स्तर पर लाने की घोषणा की। उसने थाई राजदूत को निष्कासित किया और अपने सभी स्टाफ को बैंकॉक स्थित दूतावास से वापस बुला लिया। यह कदम थाईलैंड द्वारा अपने पांच सैनिकों के घायल होने के बाद सीमा चौकियों को बंद करने और कंबोडियाई राजदूत को निष्कासित करने के जवाब में उठाया गया। बारूदी सुरंगों को लेकर विवाद थाई अधिकारियों ने हाल में सीमा पर बारूदी सुरंगों से हुए धमाकों को लेकर कंबोडिया पर आरोप लगाए हैं। उन्होंने कहा कि ये सुरंगें हाल ही में बिछाई गई हैं और रूसी निर्माण की हैं। जबकि कंबोडिया ने इन आरोपों को सिरे से खारिज कर दिया और कहा कि ये पुराने युद्धों की निशानियां हैं। एक धमाके में थाई सैनिक का पैर तक कट गया। इतिहास में उलझा विवाद 1962 में अंतरराष्ट्रीय न्यायालय ने प्रेह विहेयर मंदिर को कंबोडिया का हिस्सा माना था, लेकिन यह फैसला आज तक थाईलैंड को रास नहीं आया। 2011 में हुए झड़पों में करीब 20 लोग मारे गए थे और हजारों विस्थापित हुए थे। 2013 में अदालत ने एक बार फिर कंबोडिया के पक्ष में फैसला दिया, जिससे थाईलैंड में असंतोष बढ़ा। अब एक बार फिर वही पुराने जख्म हरे हो गए हैं। विनोद उपाध्याय / 24 जुलाई, 2025