मुंबई (ईएमएस)। इनकम टैक्स डिपार्टमेंट ने वित्त वर्ष 2024-25 के लिए आईटीआर-3 और आईटीआर-4 फॉर्म में महत्वपूर्ण बदलाव किए हैं। अब सोशल मीडिया, स्टॉक मार्केट ट्रेडिंग और कमीशन जैसे डिजिटल या असंगठित क्षेत्रों से कमाई करने वालों को अपनी आय नए प्रोफेशनल कोड्स के तहत दिखानी होगी। इसका उद्देश्य टैक्स प्रणाली में पारदर्शिता बढ़ाना और कर चोरी पर लगाम लगाना है। सोशल मीडिया इन्फ्लुएंसर्स और डिजिटल कंटेंट क्रिएटर्स के लिए नया कोड 16021 निर्धारित किया गया है। ऐसे व्यक्ति, जो यूट्यूब, इंस्टाग्राम या ब्लॉगिंग जैसे प्लेटफॉर्म से कमाई करते हैं, उन्हें अपनी आय इसी कोड के तहत दिखानी होगी। यदि वे अनुमानित आय योजना का लाभ लेना चाहते हैं, तो उन्हें आईटीआर-4 फॉर्म और धारा 44एडीए के तहत रिटर्न भरना होगा। इसी तरह शेयर बाजार और डेरिवेटिव्स में व्यापार करने वालों के लिए भी अलग कोड जारी किए गए हैं- एफएंडओ ट्रेडिंग: 21010, कैपिटल मार्केट ट्रेडिंग: 21011, सट्टा कारोबार: 21009 और कमीशन एजेंट: 09029। एफएंडओ या शेयर ट्रेडिंग करने वालों को अब आईटीआर-3 फॉर्म में अपनी पूरी आय, खर्च और लाभ-हानि की जानकारी देनी होगी। पहले टैक्सपेयर्स सामान्य कोड का उपयोग करते थे, जिससे आय के स्रोतों को समझना मुश्किल होता था। नए कोड्स से न केवल करदाताओं की सही श्रेणी तय होगी, बल्कि टैक्स विभाग के लिए भी डिजिटल आय की निगरानी करना आसान होगा। सतीश मोरे/28जुलाई ---