राष्ट्रीय
08-Sep-2025


- भारत को लेकर अमेरिकी राष्ट्रपति ने बदले सुर तो कांग्रेस नेता ने साधा निशाना कुलगाम,(ईएमएस)। रूस से तेल खदीना भारत और अमेरिका के संबंधों में दरार पैदा कर रहा है। रूस के तेल की वजह से अमेरिका, भारत पर अतिरिक्त 25 फीसदी टैरिफ लगा चुका है। अमेरिकी वाणिज्य मंत्री कह चुके हैं कि भारत लंबे समय तक अमेरिका को नजरअंदाज नहीं कर सकता। भारत को माफी मांगकर बातचीत की टेबल पर लौटना पड़ेगा। अब कांग्रेस सांसद शशि थरूर ने इस पर प्रतिक्रिया दी है। मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक थरूर ने कहा कि अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रंप के बयान पर पीएम मोदी ने तुरंत प्रतिक्रिया दी। विदेश मंत्री जयशंकर ने भी बुनियादी संबंधों के महत्व पर जोर दिया। ये दरअसल एक व्यापक वैश्विक रणनीतिक साझेदारी है। दोनों ने जो मैसेज दिया है, वह हमारे लिए बहुत जरूरी है। मैं इसका स्वागत करता हूं। उन्होंने कहा कि मुझे नहीं लगता कि हम 50 फीसदी टैरिफ या राष्ट्रपति ट्रंप और उनके स्टाफ ने जो अपमान किया है, उसे पूरी तरह से भूल सकते हैं। ट्रंप का स्वभाव चंचल है और उन्होंने जो कुछ कहा है, उससे हमारे देश को चोट पहुंची है। इसके घाव भरने में समय लगेगा। उन्होंने कहा कि दोनों देशों की सरकारों और राजनयिकों गंभीरता से संबंधों को सुधारने की जरूरत है। भारतीयों को टैरिफ के परिणाम भुगतने पड़ रहे हैं और इनसे पार पाना जरूरी है। थरूर ने अमेरिका के वाणिज्य मंत्री हॉवर्ड लुटनिक के बयान पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि भारत ने बहुत ही परिपक्वता से काम लिया है। मुझे नहीं लगता कि हमें माफी मांगने की कोई जरूरत है। अमेरिका को ये नहीं भूलना चाहिए कि वहां कि पिछली सरकारों ने ही वैश्विक तेल की कीमतों को स्थिर करने के लिए हमसे रूसी तेल खरीदने का आग्रह किया था और दूसरी बात चीन हमसे ज्यादा रूस का तेल खरीदता है। बता दें लुटनिक ने कहा था कि दो महीने में भारत को बातचीत की टेबल पर लौटना होगा और अमेरिका से माफी मांगी पड़ेगी। इससे पहले पांच सितंबर को ट्रंप ने कहा था कि हमने भारत और रूस को चीन के हाथों खो दिया है। इसके कुछ घंटे बाद उन्होंने पीएम मोदी को एक महान प्रधानमंत्री और अपना दोस्त बताया था। इस पर पीएम मोदी ने कहा कि वह ट्रंप की भावनाओं की सराहना करते हैं। सिराज/ईएमएस 08सितंबर25