फिरोजाबाद(ईएमएस)। यमुना नदी के बढ़ते जलस्तर ने जिले के तटवर्ती गांवों में दहशत का माहौल बना दिया है। टूण्डला और सदर तहसील क्षेत्र के 22 गांवों के समीप नदी का पानी पहुँच गया है। ग्रामीणों को आशंका है कि कभी भी उनके गांव पानी से घिर सकते हैं। टूण्डला तहसील क्षेत्र के रसूलाबाद, रामगढ़, अनवारा, नगला काले, बजेहरा और कुतकपुर गांव पानी की चपेट में आने के कगार पर हैं। वहीं सदर तहसील के भैंसावाट गांव में पानी घुस चुका है। इससे ग्रामीणों के सामने पशुओं के चारे का संकट गहराता जा रहा है। हालात बिगड़ने की आशंका से परेशान ग्रामीणों ने अपना समान पैक करना शुरू कर दिया है। कई लोग सुरक्षित स्थानों की तलाश में भी जुट गए हैं। प्रशासन ने यमुना किनारे रहने वाले लोगों को अलर्ट रहने की अपील की है। साथ ही हालात पर नजर बनाए रखने और किसी भी आपात स्थिति में तुरंत प्रशासन को सूचना देने के निर्देश दिए गए हैं। स्टीमर में खराबी से 18 ग्रामीण फंसे इधर रविवार को यमुना नदी में बड़ा हादसा टला गया पुलिस और स्थानीय गोताखोरों की मदद से 18 ग्रामीणों की जान बची। फिरोजाबाद में यमुना नदी के बीचोंबीच बड़ा हादसा होने से टल गया। रामगढ़ और रसूलाबाद क्षेत्र के करीब 18 ग्रामीण, जिनमें महिलाएं और आठ बच्चे भी शामिल थे, स्टीमर में फंस गए। अचानक इंजन बंद हो जाने से स्टीमर नदी के टापू पर अटक गया। ग्रामीणों ने सूझबूझ दिखाते हुए स्टीमर को पास के पेड़ की शाखाओं से बांध दिया, जिससे बड़ा हादसा टल गया। सूचना पर एसएसपी, एसपी सिटी, सीओ, तहसीलदार और पुलिस फोर्स मौके पर पहुंची। गोताखोरों और ग्रामीणों की मदद से चला लगातार पांच घंटे का रेस्क्यू ऑपरेशन। आखिरकार शाम साढ़े छह बजे तक सभी लोगों को सुरक्षित बाहर निकाल लिया गया। प्रशासन ने लोगों से अपील की है कि नदी पार करने से बचें और सुरक्षित साधनों का ही इस्तेमाल करें। बड़ा हादसा टलने से ग्रामीणों और प्रशासन ने राहत की सांस ली। ईएमएस