क्षेत्रीय
12-Sep-2025
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वाराणसी (ईएमएस) । थाना कपसेठी क्षेत्र अंतर्गत ग्राम सरावां में दिनांक 29/30 अगस्त, 2025 की रात्रि एक व्यक्ति के मकान में सेंध लगाकर चोरी की घटना घटित हुई थी। वादी द्वारा थाना कपसेठी पर दिये गये प्रार्थना पत्र के आधार पर बीएनएस के अंतर्गत अभियोग पंजीकृत किया गया। घटना स्थल का निरीक्षण फॉरेंसिक टीम व डॉग स्क्वायड टीम द्वारा किया गया तथा शीघ्र अनावरण हेतु एक विशेष पुलिस टीम का गठन किया गया, जो लगातार सुरागरसी-पतारसी में प्रयासरत थी। विवेचना के दौरान मुखबिर व गोपनीय सूचना के आधार पर आज दिनांक 12सितम्बर,2025 को बाहरी नाला पुलिया के पास से दो अभियुक्तों सुभाष बनवासी पुत्र स्व. जोखन बनवासी, नि. ग्राम भकोड़ा, थाना चौरी, जनपद भदोही एवं श्यामवृज बनवासी पुत्र श्रीनाथ बनवासी, नि. ग्राम बैरी नवादा, थाना खानपुर, जनपद गाजीपुर को गिरफ्तार किया गया। गिरफ्तार अभियुक्त घुमंतू प्रवृत्ति की जाति से संबंध रखते हैं, जिनका मुख्य पेशा विभिन्न जनपदों में घूम-घूमकर नकबजनी के माध्यम से चोरी करना है। ये अत्यंत पेशेवर हैं और गिरफ्तारी से बचने हेतु निम्न रणनीतियाँ अपनाते हैं जैसे- मोबाइल फोन का प्रयोग नहीं करते, जिससे इनकी लोकेशन ट्रेस न की जा सके,मेन रास्तों, हाइवे या निजी वाहनों का प्रयोग नहीं करते, जिससे ये सीसीटीवी निगरानी से बच सकें, अक्सर रेलवे स्टेशन के आसपास ठहरते हैं और पैसेंजर ट्रेनों से आवागमन करते हैं, जिससे इनकी गतिविधियाँ सामान्य यात्रियों में छिपी रहती है,स्थायी निवास नहीं होता, ये लगातार पता बदलते रहते हैं, जिससे इनकी पहचान व गिरफ्तारी अत्यंत कठिन हो जाती है,चोरी के बाद ये माल को रिश्तेदारी या अन्य सुरक्षित स्थानों पर छिपा देते हैं और सामान्य नागरिकों की तरह व्यवहार करते हैं। गिरफ्तार अभियुक्तों के पास से निम्न सामग्री बरामद हुई है जैसे -नकदीः- ₹1,52,200,पीली धातु के जेवरातः- 09 ग्राम – टप्स (1 जोड़ी), नाक कील (4 अदद), मंगलसूत्र मय लाकेट (1 अदद),सफेद धातु के जेवरातः- 1334 ग्राम – लच्छा (4 अदद), करधनी (1 अदद), पायल (4 जोड़ी), सिकड़ी (1 अदद), बचकानी बाली (1 जोड़ी), बिछिया (5 जोड़ी), जंजीर (1 अदद), बचकानी चूड़ी (1 जोड़ी), मोबाइलः- 01 वीवो एंड्रॉइड मोबाइल (IMEI अंकित), 01 मोबाइल रसीद (मूल्य ₹12,500/-) पूछताछ में अभियुक्त सुभाष बनवासी ने बताया कि उक्त चोरी उसने अपने चार साथियों—गोपी बनवासी, कमलेश बनवासी, सुदामा बनवासी व लालजी उर्फ राजकुमार बनवासी—के साथ मिलकर की थी। ₹50,000/- उसने अपने साथी श्यामवृज को छिपाने हेतु दिया था। चोरी के समय प्रयुक्त रम्मा (सब्बल) मौके पर ही छोड़ दिया गया था। डॉ. नरसिंह राम /12सितंबर2025