क्षेत्रीय
17-Sep-2025
...


- जांच के आधार पर बढ़ा सकती है संगठित अपराध की धारा भोपाल(ईएमएस)। अशोका गार्डन थाना इलाके की एक नाबालिग से दुष्कर्म और पॉक्सो मामले में गिरफ्तार वकील यावर खान की मुश्किले बंढ़ती नजर आ रही हैं। मामले में पुलिस संगठित अपराध के मामले में दर्ज केस में यावर की भूमिका की जांच कर रही है। बताया जा रहा है की यदि जांच में यावर की भुमिका सामने आती है, तो पुलिस जल्द ही उसके खिलाफ दर्ज मामले में गंभीर संगठित अपराध की धारा बढ़ा सकती है। जानकारी के मुताबिक अशोका गार्डन क्षेत्र से 20 जनवरी 202& को एक नाबालिग लापता हुई थी। जनवरी 2025 को उसे पुलिस ने ईशागढ़ जिला अशोक नगर से दस्तयाब किया था। पीडि़त किशेारी के माता-पिता का निधन हो चुका था। कोर्ट में दिए बयान में उसने बताया कि उसे बेचा गया और देह व्यापार के लिए मजबूर किया गया। इसके बाद पुलिस ने जनवरी 2025 को आरोपियो के खिलाफ संगठित अपराध की धाराओं में मामला कायम किया था। पुलिस सूत्रो के अनुसार गिरोह नाबालिग किशेारियो को बहला-फुसलाकर अपने जाल में फंसाता और उनका सौदा कर बेचने के साथ सेक्स रैकेट चलाता था। इसमें आशुतोष बाजपेयी, महक यादव, मिथलेश पुरैना, निधि ठाकुर अग्रवाल, शशांक पोद्दार, डिंपी खान, मकबूल अली, अर्जुन पटेल, निशांत मोहाले, नवेद, अंजलि मोहाले, सलमान कुरैशी, महेश धाकड़, कृष्णा धाकड़, शोभा विश्वकर्मा, रितुल कुमार पांडेय, कुलदीप उर्फ कुनाल, योगेश कुमार कुशराम, सुरेंद्र उर्फ सागर चौहान, इंद्र बहादुर सिंह, मोहित, पूजा उर्फ जोया, नितिन पाल, लक्की, देवांश और राज सोलंकी शामिल हैं। - गिरोह को यावर का संरक्षण या नहीं इसकी जॉच जारी पुलिस जांच में सेक्स रैकेट चलाने वाले गिरोह के साथ यावर खान की भूमिका उजागर हुई है। पुलिस सूत्रो का दावा है कि गिरोह को वकील यावर खान का संरक्षण प्राप्त था। हालांकि, जांच पूरी होने पर ही यावर की भूमिका साफ होने के बाद ही उसे आरोपी बनाया जाएगा। - यावर के खिलाफ हाई कोर्ट में प्रकरण लंबित बताया जा रहा है कि वकील यावर खान पर पहले भी एक नाबालिग से दुष्कर्म का आरोप लगा था, मामला हाई कोर्ट में लंबित है। ऐशबाग थाने में एक नाबालिग ने अपने दो सगे भाईयों पर दुष्कर्म का केस दर्ज कराया था। इस मामले में दोनों भाईयों को पुलिस ने गिरफ्तार किया था। इस मामले में पीड़िता ने कोर्ट में बयान दिया कि उसके भाइयों ने उसके साथ दुष्कर्म नहीं किया, बल्कि वकील यावर खान और उनके साथी वकील फुकरान सहित 5 वकीलों ने यावर के ऑफिस में 5 दिन तक उसे रखा और उसके साथ दुष्कर्म किया। उन्होंने भाइयों पर केस दर्ज करवाने के लिए धमकाया था। इस बयान के आधार पर भाइयों को बरी कर दिया गया। वहीं ताजा मामले में कोर्ट में नाम आने के बाद यावर व अन्य आरोपियों की जांच शुरू हो गई। यावर पक्ष ने भी पीडि़ता के खिलाफ काउंटर केस दर्ज कराया और खुद पर दर्ज एफआईआर को रद्द करवाने हाई कोर्ट पहुंचे। बताया जा रहा है कि साल 2017 में यही पीडि़ता यावर की ओर से दर्ज एफआईआर को निरस्त कराने हाई कोर्ट पहुंची। अब दोनों याचिकाओं की सुनवाई एक साथ हो रही है। जुनेद / 17 सितंबर