राष्ट्रीय
18-Sep-2025


महिला कांस्टेबल 6 सितंबर से थी लापता, आरोपी तलाश करने का कर रहा था नाटक भुवनेश्वर,(ईएमएस)। कमिश्नरेट पुलिस ने भुवनेश्वर से एक महिला ट्रैफिक कांस्टेबल के लापता होने का रहस्य सुलझ गया है। महिला कॉन्स्टेबल 6 सितंबर से लापता थी। पुलिस आयुक्त ने खुलासा किया कि शुभमित्रा साहू (25) की हत्या उसके पति दीपक कुमार राउत ने की थी। दीपक भी सिपाही है। हत्या के बाद दीपक ने शुभमित्रा का शव कार की डिक्की में रखा। वह एक दिन तक सामान्य तरीके से लाश कार में ही लेकर घूमता रहा। वह थाने भी गया। फिर मौका देखकर उसकी लाश को 170 किलोमीटर दूर क्योंझर जिले के घाटगांव क्षेत्र के पास जंगल में जाकर दफना दी। दीपक पत्नी शुभमित्रा के गायब होने के बाद दुखी होने का नाटक करता रहा। उसके परिवार और पुलिस के साथ उसे ढूंढने में मदद करता रहा। उसने दिखावे के लिए मंदिर में पूजन-हवन कराया, ताकि शुभमित्रा सुरक्षित वापस आ सके। खोरधा जिले के पिचुकुली निवासी शुभमित्रा 6 सितंबर को अपनी ड्यूटी पर गई थी। ड्यूटी के बाद शाम 7 बजे वह घर के लिए निकली लेकिन घर नहीं पहुंची। उसके घर न लौटने पर 7 सितंबर को कैपिटल थाने में परिवार ने गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज कराई थी। पुलिस शुभमित्रा की तलाश कर रही थी लेकिन कुछ हाथ नहीं लगा। रिपोर्ट के मुताबिक कैपिटल पुलिस स्टेशन के जांचकर्ताओं ने अपनी जांच के दौरान यह पता किया कि भुवनेश्वर में शुभमित्रा के साथ आखिरी बार दीपक को कब देखा गया था। उसे हिरासत में ले लिया गया। एक पुलिस अधिकारी ने खुलासा किया कि उस पर शक तब और बढ़ गया जब हमें पिछले साल उनकी कोर्ट मैरिज के बारे में पता चला, जिसके बारे में उनके दोनों परिवारों को पता नहीं था। दोनों ने कोर्ट मैरेज की थी लेकिन साथ नहीं रहते थे। इसकी जानकारी भी किसी को नहीं थी। उनके रिश्ते का रहस्य और गहरा गया। 6 सितंबर को उसके लापता होने के बाद पूछताछ में दीपक ने सामान्य स्थिति का दिखावा करते हुए दावा किया कि उनका रिश्ता एकदम सही था। उसने पुलिस को यह कहकर गुमराह किया कि शुभमित्रा अपने माता-पिता से झगड़े के बाद घर छोड़कर चली गई होगी। दीपक ने बताया कि वह 6 सितंबर को क्योंझर में एक रिश्तेदार से मिलने गया था और उसकी सुरक्षित वापसी के लिए तारिणी मंदिर में प्रार्थना की थी। उसने मोबाइल में तस्वीरें और पूजापाठ करते हुए ली गई सेल्फी भी दिखाईं। जांच में एक अहम मोड़ तब आया जब पुलिस ने शुभमित्रा का फ़ोन अनलॉक करने के बाद उसके वॉट्सऐप चैट्स को एक्सेस किया। चैट्स से पता चला कि दोनों के बीच आर्थिक विवाद था, जिसमें शुभमित्रा ने दीपक से 10 लाख रुपए उधार लिए थे। दोनों के बीच इसे लेकर तनाव था। शुभमित्रा तनाव में थी और उसने पुरी, मथुरा या वाराणसी जैसे किसी आध्यात्मिक स्थान पर जाने की इच्छा जताई थी। पुलिस अधिकारी ने कहा कि दीपक ने दावा किया था कि वह अस्वस्थ है और शांति के लिए आध्यात्मिक यात्रा की योजना बना रही है। इसके बाद उसका पॉलीग्राफ़ टेस्ट कराया। पॉलीग्राफ़ टेस्ट में उसके जवाब भ्रामक थे। फिर उसने अपना अपराध कबूल कर लिया। बाद में पुलिस ने महिला कांस्टेबल की तलाश में सघन तलाशी अभियान चलाया। आरोपी दीपक ने पूछताछ में कबूल किया कि 6 सितंबर को उसने शुभमित्रा को उसके कार्यस्थल से अपनी होंडा सिटी कार में उठाया और दोपहर 2 बजे से 3 बजे के बीच उसका गला घोंटकर हत्या कर दी। बाद में उसके शव को लेकर घूमता रहा। अगले दिन वह क्योंझर गया और यहां लाश को दफना दिया। इस बीच, पुलिस ने सीन रीक्रिएशन के दौरान क्योंझर के घाटागांव के जंगल में खुदाई करके शुभमित्रा का शव एक बोरे से निकाला। मामले में आरोपी दीपक को गिरफ्तार कर लिया गया है। सिराज/ईएमएस 18सितंबर25 ----------------------------------