मनोरंजन
08-Oct-2025
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मुंबई (ईएमएस)। बॉलीवुड में फिल्मों के बजट का बड़ा हिस्सा सिर्फ फिल्मों की शूटिंग या तकनीकी जरूरतों पर नहीं, बल्कि सितारों की ऊंची फीस और उनके नखरों पर खर्च हो जाता है। अब इसी मुद्दे पर मशहूर फिल्ममेकर करण जौहर ने खुलकर आवाज उठाई है। उन्होंने कहा कि अब वक्त आ गया है जब प्रोड्यूसर्स को ऐसे एक्टर्स के खिलाफ एकजुट होना चाहिए, जो अपने व्यक्तिगत खर्चे फिल्म के बजट पर डाल देते हैं। करण जौहर ने कहा, “मुझे उन एक्टर्स से दिक्कत है जो हर छोटी-बड़ी चीज़ के लिए प्रोड्यूसर्स पर निर्भर रहते हैं। ये सिर्फ एक फाइनेंशियल प्रॉब्लम नहीं, बल्कि एक्टर्स की नैतिकता से जुड़ी समस्या है।” करण का कहना था कि अगर कोई एक्टर अपने निजी ट्रेनर, न्यूट्रिशनिस्ट या खास डाइट प्लान की सुविधा चाहता है, तो इसका खर्च उन्हें खुद उठाना चाहिए, न कि प्रोड्यूसर को। उन्होंने कहा, “एक्टर का काम है अच्छा दिखना, पर इसका मतलब यह नहीं कि निर्माता उनकी हर व्यक्तिगत ज़रूरत पूरी करे। अगर यह किसी खास फिल्म की डिमांड है, जैसे कोई स्पोर्ट्स ड्रामा हो, तब बात अलग है। लेकिन हर फिल्म में पर्सनल ट्रेनर और डायट कोच के खर्चे को प्रोडक्शन पर डालना अनुचित है।” करण जौहर ने यह भी खुलासा किया कि इंडस्ट्री में इस मुद्दे पर पहले भी कई बार चर्चाएं हो चुकी हैं, लेकिन कोई ठोस कदम नहीं उठाया गया। उन्होंने कहा, “निर्माता एकजुट नहीं हैं। हम बात तो करते हैं, लेकिन कोई कार्रवाई नहीं होती। अब समय आ गया है कि प्रोड्यूसर्स मिलकर इन अतिरिक्त खर्चों पर नियंत्रण करें।” करण ने बताया कि उनकी टीम अब बदलाव की दिशा में कदम उठा रही है। “हम अब हेयर और मेकअप के बजट को पहले से तय कर देते हैं। अगर किसी एक्टर को इससे ज्यादा चाहिए, तो उन्हें खुद उसका इंतजाम करना होता है। कुछ कलाकार अब इसे समझने लगे हैं और अपने निजी खर्च खुद वहन कर रहे हैं, जिसका मैं सम्मान करता हूं।” करण जौहर के इस बयान ने फिल्म इंडस्ट्री में एक नई बहस छेड़ दी है। सुदामा/ईएमएस 08 अक्टूबर 2025