-तीन दिन बर्फ में दबा रहा वीर सैनिक, रेस्क्यू के बाद नहीं बच सके देवास,(ईएमएस)। मध्य प्रदेश के देवास जिले के संवरसी गांव का वीर सपूत नायक संजय मीणा उत्तराखंड में ड्यूटी के दौरान देश की रक्षा करते हुए शहीद हो गए। उनकी शहादत की खबर मिलते ही पूरे गांव में मातम छा गया। जब शनिवार को सेना का वाहन उनका पार्थिव शरीर गांव लाया, तो हर आंख नम हो उठी और गलियों में गूंजा- संजय मीणा अमर रहें! वीर सैनिक 32 वर्षीय संजय मीणा हरियाणा के अंबाला यूनिट में तैनात थे। कुछ दिन पहले वे उत्तराखंड के सतोपंथ हिल इलाके में गश्त पर थे। 6 अक्टूबर को भारी बर्फबारी और हिमस्खलन के दौरान वे गहरी बर्फ में दब गए। सेना के जवानों ने तीन दिन तक लगातार रेस्क्यू ऑपरेशन चलाया और उन्हें बाहर निकाला। उन्हें तुरंत हेलीकॉप्टर से अंबाला ले जाया गया, जहां डॉक्टरों ने उन्हें बचाने की पूरी कोशिश की, लेकिन गहरी चोटों और ठंड की मार से संजय मीणा की जान नहीं बचाई जा सकी। राजकीय सम्मान के साथ अंतिम विदाई शहीद का पार्थिव शरीर शुक्रवार को दिल्ली से इंदौर लाया गया और शनिवार को सेना के वाहन से उनके पैतृक गांव संवरसी पहुंचा। यहां पूरा इलाका उन्हें अंतिम विदाई देने उमड़ पड़ा। सेना की टुकड़ी ने उन्हें गार्ड ऑफ ऑनर दिया और राजकीय सम्मान के साथ अंतिम संस्कार किया गया। बेटे युवराज ने पिता को मुखाग्नि दी। शहीद संजय मीणा अपने पीछे पत्नी, एक बेटा और एक बेटी छोड़ गए हैं। हिदायत/ईएमएस 11अक्टूबर25