वॉशिंगटन (ईएमएस)। टेनेसी स्थित नैशविल में रहने वाली एक महिला ने हाल ही में ऐसे बच्चे को जन्म दिया है, जिसे देखते वो हैरान हो गई। ट्राईस्टार सेंटेनियल वुमेन्स हॉस्पिटल में शेल्बी मार्टिन ने काफी हट्टे-कट्टे बच्चे को जन्म दिया। जिसने पूरे दुनिया का ध्यान अपनी ओर खींच लिया है। शेल्बी मार्टिन नाम की यह महिला पहली बार मां बनी हैं। उन्होंने ट्राईस्टार सेंटेनियल वुमेन्स हॉस्पिटल में एक हट्टे-कट्टे बच्चे को जन्म दिया। इस बच्चे का नाम कैसियन रखा गया है, जिसका वजन 12 पाउंड 14 आउंस (लगभग 5.8 किलोग्राम) था। डॉक्टरों और नर्सों के अनुसार, कैसियन का जन्म अस्पताल के इतिहास में पिछले तीन वर्षों में सबसे भारी बच्चे के रूप में दर्ज हुआ है। यह डिलीवरी सी-सेक्शन के जरिये की गई और सफल रही। राहत की बात यह है कि मां और बच्चा दोनों पूरी तरह स्वस्थ हैं। शेल्बी मार्टिन की कहानी सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो गई। वह पहले से ही टिकटॉक पर अपने गर्भावस्था के अनुभव साझा करती रही थीं, जिनमें उनके असाधारण रूप से बड़े बेबी बंप को देखकर लोग हैरान रह जाते थे। उनके एक वीडियो में उन्होंने मज़ाकिया अंदाज़ में कहा था, ‘जब लोग कहते हैं कि उनका बच्चा बड़ा है… मुझसे बड़ा कोई नहीं जानता। यह वीडियो 44 लाख से अधिक लाइक्स और हजारों कमेंट्स हासिल कर चुका है। कई यूज़र्स ने मजाक में पूछा कि क्या वह ‘एक टॉडलर (छोटे बच्चे)’ को जन्म देने वाली हैं, जबकि अन्य ने उन्हें हौसला और शुभकामनाएं दीं। हालांकि शेल्बी ने अपने वीडियो में गर्भावस्था के शारीरिक दर्द, भावनात्मक चुनौतियों और मां बनने की खुशी के बारे में भी ईमानदारी से बात की। रिपोर्ट के मुताबिक, कैसियन का वजन औसतन अमेरिकी नवजात शिशु के वजन से लगभग दोगुना था, जो आमतौर पर करीब 7 पाउंड होता है। ऐसे में इस विशालकाय बच्चे को देखकर डॉक्टर भी हैरान रह गए। जन्म के बाद उसे थोड़ी देर के लिए नवजात गहन चिकित्सा इकाई में रखा गया, जहां उसे ऑक्सीजन सपोर्ट और ब्लड शुगर की निगरानी दी गई। कुछ ही समय में उसकी स्थिति सामान्य हो गई और दोनों को अस्पताल से डिस्चार्ज कर दिया गया। शेल्बी ने कहा, ‘डॉक्टरों और नर्सों ने जिस तरह मेरा ख्याल रखा, उससे मुझे पूरी प्रक्रिया के दौरान सुरक्षित और आत्मविश्वास महसूस हुआ। डॉक्टरों के अनुसार, 4.5 किलो से अधिक वजन वाले बच्चे को मैक्रोसॉमिक या ‘जंबो बेबी’ कहा जाता है। इसके पीछे जेनेटिक कारण, मां का स्वास्थ्य, गर्भावस्था की अवधि और गर्भकालीन डायबिटीज़ जैसे कारण हो सकते हैं। हालांकि ज्यादातर ‘बड़े बच्चे’ पूरी तरह स्वस्थ जन्म लेते हैं, लेकिन डिलीवरी के दौरान जटिलताओं का जोखिम अधिक रहता है। इसलिए ऐसे मामलों में अक्सर सी-सेक्शन को सुरक्षित विकल्प माना जाता है। वीरेंद्र/ईएमएस 13 अक्टूबर 2025