राज्य
13-Oct-2025
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- जनता नहीं, पार्किंग है प्राथमिकता - यातायात और निर्माण में घोर लापरवाही भोपाल (ईएमएस)। राजधानी भोपाल में इन दिनों यातायात प्रबंधन और निर्माण कार्यों में व्याप्त घोर लापरवाही यह सवाल खड़ा कर रही है कि क्या यहाँ के जनप्रतिनिधियों का शहर और आम जनता की समस्याओं से कोई सीधा सरोकार बचा है? दीपावली जैसे महत्वपूर्ण त्योहार के मौके पर दो प्रमुख क्षेत्रों में जनता की सुविधाओं को खुलेआम ताक पर रख दिया गया है। बोगदा पुल: 3 महीने से बंद, शहर जाम पुराने भोपाल को भेल (नए भोपाल) से जोड़ने वाला बोगदा पुल पिछले तीन महीने से अधिक समय से मेट्रो कार्य के चलते बंद है। यह सामान्य समझ की बात है कि मुख्य रास्ता बंद होने पर समानांतर मार्गों पर यातायात सुगम किया जाता है। हालात यह है की जिंसी चौराहा, चिकलोद रोड, नीम वाली सड़क, पुल पात्रा और बरखेड़ी में दिन भर जाम लगा रहता है। प्रशासनिक निष्क्रियता देखिये कि न तो नगर निगम ने कोई अतिक्रमण हटाया है, न ही ट्रैफिक पुलिस का कोई विशेष इंतजाम है। ऐशबाग, जहांगीराबाद समेत आसपास के लोगों को भेल या प्रभात चौराहे तक जाने के लिए 4-5 किलोमीटर का चक्कर लगाना पड़ रहा है। 10 नंबर में विवादित सीमेंटेड रोड भोपाल के पॉश इलाके 10 नंबर में दीपावली के ऐन मौके पर सीमेंटेड रोड का निर्माण हो रहा है। यहाँ सड़क चौड़ीकरण का प्रस्ताव था, लेकिन लोक निर्माण विभाग (पीडब्लूडी) मकानों के सामने दोनों तरफ 10-10 फीट जगह छोड़कर रोड बना रहा है। इस निर्माण से साफ है कि भविष्य में सड़क चौड़ीकरण नहीं होगा। बाकी बची जगह कथित तौर पर रहवासी की पार्किंग के लिए छोड़ी जा रही है। इस खेल में अधिकारी या कुछ नेता शामिल हैं, जो खुलेआम नियम-कायदों और जनता की सुविधाओं की अनदेखी कर रहे हैं। शहर की इन दो प्रमुख जगहों पर हो रही ये मनमानी, जनप्रतिनिधियों की उदासीनता को उजागर करती है, जब जनता त्योहार के समय भी जाम और अव्यवस्था से जूझ रही है।