राज्य
13-Oct-2025
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- एनएसयूआई ने मिशन संचालक को शिकायत कर की दोषी सीएचओ और कर्मचारियों पर कार्रवाई की मांग - फर्जी नर्सिंग कालेजों को मान्यता के लिए सीएचओ सामुदायिक स्वास्थ्य अधिकारी नर्सिंग कॉलेज में कागजों में फैकल्टी-रवि परमार भोपाल(ईएमएस)। भारतीय राष्ट्रीय छात्र संगठन (एनएसयूआई) ने राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन (एनपएचएम) की मिशन संचालक को एक गंभीर शिकायत सौंपी है। अपनी शिकायत में एनएसयूआई प्रदेश उपाध्यक्ष रवि परमार ने आरोप लगाया गया है, कि प्रदेश के कई निजी नर्सिंग कॉलेजों में सीएचओ (कम्यूनिटी हेल्थ ऑफिसर) एवं एनएचएम के अन्य नियमित कर्मचारी कागज़ों पर फैकल्टी के रूप में दर्शाए जा रहे हैं , जबकि वे वास्तव में अपने मूल पदों पर कार्यरत हैं। एनएसयूआई के प्रदेश उपाध्यक्ष रवि परमार ने कहा कि यह मामला न केवल मध्यप्रदेश नर्सिंग काउंसिल के मान्यता नियमों का उल्लंघन है, बल्कि शासकीय सेवा आचरण नियमों के तहत दंडनीय अपराध भी है। * सरकार से सैलरी लेने वाले कर रहे दो जगह नौकरी रवि परमार का आरोप है कि “सरकारी वेतन प्राप्त करने वाले कर्मचारी दो जगह कार्य कर रहे हैं, एक तरफ वे एनएचएम के अधीन सेवा में हैं, वहीं दूसरी ओर नर्सिंग कॉलेजों में फैकल्टी दिखाकर कॉलेज संचालकों को फर्जी मान्यता दिलवा रहे हैं।” * सरकारी कर्मचारियो और निजी कॉलेज संचालको का संगठित फर्जीवाड़ा जिला अध्यक्ष अक्षय तोमर ने कहा कि “यह एक संगठित फर्जीवाड़ा है, जिसमें सरकारी पदों पर बैठे लोग और निजी कॉलेज संचालक मिलकर नियमों की धज्जियां उड़ा रहे हैं। इससे न केवल नर्सिंग शिक्षा की गुणवत्ता पर असर पड़ा है बल्कि सरकारी धन का भी दुरुपयोग हुआ है। उन्होंने चेतावनी दी कि यदि शीघ्र कार्रवाई नहीं की गई, तो एनएसयूआई इस पूरे मामले को माननीय न्यायालय और सीबीआई तक ले जाएगी तथा दस्तावेज़ों सहित जांच की मांग करेगी। वहीं अक्षय तोमर ने कहा कि इस प्रकार की दोहरी नियुक्ति और फर्जी फैकल्टी की प्रवृत्ति से प्रदेश की नर्सिंग शिक्षा व्यवस्था और प्रशासनिक पारदर्शिता दोनों खतरे में हैं। ऐसे में शासन को तत्काल सख्त कदम उठाने होंगे ताकि भविष्य में कोई भी अधिकारी या कर्मचारी इस प्रकार के फर्जीवाड़े की हिम्मत न करे । * सीएचओ, एनएचएम और दो जगह नौकरी करने कर्मचारियों के खिलाफ हो कार्यवाही एनएसयूआई ने मांग की है कि ऐसे सभी सीएचओ और एनएचएम कर्मचारियों की तत्काल जांच की जाए जिनके नाम नर्सिंग कॉलेजों की फैकल्टी सूची में दर्ज हैं, और जिन कर्मचारियों के नाम दो जगह पाए जाएं, उनके विरुद्ध तत्काल निलंबन एवं कानूनी कार्यवाही की जाए। इसके साथ ही सभी जिलों के सीएमएचओ को निर्देशित किया जाए कि वे अपने-अपने जिले के एनएचएम-सीएचओ कर्मचारियों की सूची का मिलान नर्सिंग काउंसिल में जमा कराई गई फैकल्टी सूची से करें। जुनेद / 13 अक्टूबर