- 6 गिरफ्तार, स्टेट लेवल पर फैला था नेटवर्क, 6 हजार लीटर के हिसाब से बेचते थे प्लाजमा - कई शहरो के ब्लड बैंको से 12 लाख कीमत का 1123 युनिट प्लाजमा जप्त - एल्वोविन तैयार करने के लिये फार्मा कंपनीयों को बेचने की थे फिराक में भोपाल(ईएमएस)। शहर के एम्स अस्पताल से ब्लड प्लाज्मा चोरी के सनसनीखेज मामले का बागसेवनिया पुलिस ने खुलासा करते हुए भोपाल सहित इंदौर और महाराष्ट्र से गिरोह के 6 आरोपियो को गिरफ्तार किया है। पुलिस ने आरोपियो से पूछताछ के आधार पर इंदौर, नासिक, औरंगाबाद की बल्ड बैंको से करीब 12 लाख का प्लाजमा जप्त करने के साथ ही आरोपियो के पास से साढ़े आठ लाख की नगदी भी जप्त की है। * यह था मामला बागसेवनिया थाना पुलिस से मिली जानकारी के अनुसार एम्स के ब्लड बैंक सुरक्षा प्रभारी ज्ञानेंद्र प्रसाद ने शिकायत करते हुए बताया की बीती 27-28 सितंबर की करीब आधी रात को ब्लड बैंक शाखा से अज्ञात व्यक्ति ने प्लाजमा चुरा लिया। सुरक्षा अधिकारी ने प्रबंधन को घटना की जानकारी दी। साथ ही ब्लड बैंक में लगे सीसीटीवी कैमरे के फुटेज सौंपे। फुटेज में 28 सितंबर की रात करीब 9 बजे सीसीटीवी फुटेज में आउटसोर्स के तहत लैब टेक्नीशियन की नौकरी करने वाला अंकित केलकर दो यूनिट प्लाज्मा निकालते हुए दिखाई दिया, यह प्लाजमा उसने एक अज्ञात व्यक्ति को सौंप दिया। जब अस्पताल प्रबंधन ने कर्मचारी से पूछताछ करनी चाही, तब वह अस्पताल से भाग गया। पुलिस ने शुरुआती जांच के बाद आरोपी अंकित केलकर व एक अन्य के खिलाफ एफआईआर दर्ज कर ली थी। * गिरफ्तार आरोपियो से हुआ अर्तराज्यीय नेटवर्क का खुलासा थाना प्रभारी बागसेवनिया निरीक्षक अमित सोनी ने बताया की एम्स के ब्लड बैंक से चोरी गए एफएफपी प्लाजमा की की जॉच के लिये विशेष टीम गठित की गई थी। टीम ने तकनीकि सुरागो की मदद से 4 अक्टूबर 2025 को एम्स भोपाल की ब्लड बैंक में काम करने वाले आउटसोर्स कर्मचारी आरोपी आरोपी अंकित केलकर पिता अजबलाल केलकर (26) निवासी ग्राम मेडीबाडा थाना बारसिवनी जिला बालाघाट हाल पता आई-1, राजभवन परिसर अरेराहिल्स भोपाल को गिरफ्तार किया था। रिमांड के दौरान हुई पूछताछ में अकिंत ने बताया की उसने अपने दो पुराने साथियो अमित जाटव पिता कमलसिंह जाटव (25) निवासी ग्राम महलपुरा थाना करेली जिला नरसिंहपुर, हाल पता शिवाजी नगर बरखेडा पठानी गोविंदपुरा और लक्की पाठक पिता देवीप्रसाद पाठक (30) निवासी बरखेडी कला रातीबड भोपाल के साथ मिलकर एफएफपी प्लाज्मा चोरी किया है। * मास्टरमाइंड लक्की पाठक सीहोर में चला चुका है ब्लड बैंक पुलिस के मुताबिक इस संगठित तस्करी रैकेट का मास्टरमाइंड लक्की पाठक है। वह पहले सीहोर में ब्लड बैंक संचालित कर चुका था। वहीं आरोपी अंकित केलकर व अमित जाटव लक्की पाठक भी ब्लड बैंक में काम कर चुके है, और एक दूसरे को लाईव सेवर ब्लड बैंक भोपाल में काम करने समय से परिचित थे। इसके चलते आरोपियो का भोपाल में कई निजी ब्लड बैंकों व अस्पतालों से संपर्क था। वहीं एम्स ब्लड बैंक का तकनीकी कर्मचारी अंकित केलकर बिना रिकॉर्ड के रेयर ब्लड ग्रुप का प्लाज्मा निकालकर अमित जाटव को देता था, जो आगे लक्की तक पहुंचाता था। * कंपनी का टेंडर खत्म होने पर बनाई प्लाजमा चोरी की योजना आरोपी अंकित केलकर की कंपनी का 30 सिंतबर 2025 को टेंडर खत्म हो रहा था। जिसका आरोपियों ने एम्स भोपाल की ब्लड बैंक से प्लाज्मा चोरी करने की प्लानिंग की और 18 सितंबर से 27 सिंतबर के बीच 1150 एफएफपी प्लाज्मा के पैकेट चोरी करने का खुलाया किया। अंकित केलकर बीते तीन सालो से एम्स अस्पताल भोपाल की ब्लड बैंक शाखा का आउट सोर्स कर्मचारी है, जिसे एम्स अस्पताल की भोगोलिक स्थित का पूर्ण ज्ञान था। इसी का फायदा उठाकर उसने ब्लड बैंक में काम करते हुए अपने साथी अमित जाटव, लक्की पाठक और दीपक के साथ प्लानिंग कर प्लाज्मा चोरी की घटना को अंजाम दिया। * मास्टर माइंड सगे भाईयो के शिकंजे में आने पर हुए चौकांने वाले खुलासे आरोपी अंकित केलकर से पूछताछ के आधार पर टीम ने 5 अक्टूबर को अमित जाटव पिता कमलसिंह जाटव (25) निवासी ग्राम महलपुरा थाना करेली जिला नरसिंहपुर हाल पता शिवाजी नगर बरखेडा पठानी गोविंदपुरा और लक्की पाठक पिता देवीप्रसाद पाठक (30) निवासी गणेश कालोनी बरखेडी कला रातीबड को दबोच लिया। प्लाज्मा चोरी के मामले पूछताछ करने पर लकी पाठक ने ने बताया कि उसने उन्होनें चोरी किया गया प्लाजमा लाईफ सेवर ब्लड बैंक में काम करने वाले अपने भाई दीपक पाठक पिता देवीप्रसाद पाठक (35) को दिया था। * सगे भाईयो ने 5 हजार 800 रुपये लीटर के हिसास से बेचा प्लाजमा आगे की जॉच मे सामने आया की दोनो भाईयो लक्की पाठक व दीपक पाठक ने चोरी गये प्लाजमा को नासिक के रहने वाले शाम बड़गूजर एवं औरंगाबाद के करन चव्हाण को 5 हजार आठ सौ रूपये लीटर के हिसाब से बेचा था। शाम बड़गूजर इन्दौर के के नंदानगर में थैलीसीमिया ब्लड बैंक तथा करण चव्हाण औरंगाबाद में सहयाद्री ब्लड बैंक एवं सिरपुर महाराष्ट्र स्वर्गीय मुकेश भाई पटैल ब्लड बैंक संचालित करते है। * चोरी का प्लाजमा एल्वोविन तैयार करने के लिये फार्मा कंपनीयों को बेचने की थे फिराक में आरोपी चोरी किये गये प्लाज्मा को फार्मा कंपनियों को बेंचने की फिराक में थे। लेकिन सुराग हाथ लगने पर पुलिस टीम ने फौरन ही एक्शन मोड में आते हुए आरोपियो को प्लाजमा बेंचने से पहले ही गिरफ्तार कर लिया। इस यह प्लाजमा का उपयोग जले हुऐ मरीजों के लिये उपयोग में आने वाले एल्वोविन को बनाने के लिये किये जाने सहित फार्मा कंपनीयों द्वारा कई अन्य प्रकार की दवाईंया बनाने में उपयोग किया जाता है। * 10वीं-12वीं पास है आरोपी भाई आरोपी लक्की पाठक 10 वीं पास है, वहीं उसका बड़ा भाई दीपक पाठक 12 वीं पास है। जिसने अलग ब्लड बैंक में नौकरी की है। उसने पूछताछ मे बताया कि अपनी नौकरी के चलते दीपक पाठक के अलग-अलग राज्यों की ब्लड बैंकों से संपर्क थे। वहीं आरोपी दीपक की पत्नी भी आरोपी दीपक के साथ लाईव सेवर बैंक भोपाल में नौकरी करती थी, जिसने डीएमएलटी कोर्स कर रखा है। * यह है आधा दर्जन आरोपी, जप्त हुआ 12 लाख का प्लाजमा गिरफ्तार आरोपियो में अंकित केलकर पिता अजबलाल केलकर (26), अमित जाटव पिता कमलसिंह जाटव (25), लक्की पाठक पिता देवीप्रसाद पाठक (30) और उसका भाई दीपक पाठक (35), शाम बडगुजर पिता सुभाष बडगुजर (27) निवासी त्रिमूर्ती चौक हनुमान मंदिर के पास, थाना अम्बड, जिला सिडकू नासिक महाराष्ट्र, हाल पता थैलीसीमिया ब्लड बैंक नंदा नगर इन्दौर और करण चव्हाण पिता सोमनाथ चव्हाण (25) निवासी ग्राम मोगरा माझल गांव थाना दिनद्रूड जिला बीड महाराष्ट्र हाल पता हनुमान नगर छत्रपती संभाजी नगर औरगांबाद महाराष्ट्र के नाम शामिल है। पुलिस ने आरोपियो की निशानदेही पर पुलिस टीमो ने इंदौर, नासिक, औरंगाबाद और महाराष्ट्र की प्रयोशालाओ से एम्स ब्लड बैंक से एफएफपी प्लाज्मा के चोरी किये गये 12 लाख कीमत के करीब 224 लीटर के 1123 युनिट पैकेट सहित एक डीपफ्रीजर बरामद किया गया है। इसके साथ ही आरोपी लक्की पाठक, दीपक पाठक, अंकित केलकर व अमित जाटव से प्लाज्मा को बेचकर मिली 8 लाख 57 हजार की नगदी भी जप्त की गई है। दीपक ने बीते कुछ महीनों में करण को 800 यूनिट प्लाज्मा और श्याम को 350 यूनिट प्लाज्मा सप्लाई किया था। प्लाजमा के अधिकतर पैकेट आरोपी करण चव्हाण व शाम बडगुजर की निशानदेही पर बरामद किये गये है। अधिकारियो का कहना है की आगे की जॉच में अन्य आरोपियो के नाम भी सामने आ सकते है, जिनकी तकनीकी आधार पर पहचान की जा रही है। जुनेद / 15 अक्टूबर