उपभोक्ता की बढे हुए बिलों पर भारी नाराजी जहां मीटर लग रहे हैं, वहां विरोध भोपाल (ईएमएस)। जहां-जहां स्मार्ट मीटर लगाए जा रहे हैं। पहली बार बिल आने के बाद स्मार्ट मीटर का विरोध बड़े पैमाने पर बढ़ता ही जा रहा है। इन बिलों में कोई परिदृश्यता नहीं है। पहले जो बिजली के बिल आ रहे थे।उससे दो से तीन गुना बिजली बिल अब आ रहे हैं। कई बार बिल लाखों रुपए के आ जाते हैं। जिसके कारण बिजली उपभोक्ताओं में भारी रोष है। बिजली कंपनी के रिटायर्ड एडिशनल चीफ इंजीनियर राजेंद्र अग्रवाल ने स्मार्ट मीटर को लेकर एक शिकायत विद्युत नियामक आयोग के पास दर्ज कराई है।जिसमें कहा गया है, स्मार्ट मीटर लगाने के नाम पर उपभोक्ताओं को भ्रमित किया जा रहा है। स्मार्ट मीटर को लेकर गलत जानकारी दी जा रही है। स्मार्ट मीटर के टाइम आफ डे फार्मूले को लेकर विद्युत नियामक आयोग से कोई अनुमति नहीं ली गई है। स्मार्ट मीटर के जरिए उपभोक्ताओं के हितों को प्रभावित किया जा रहा है। मनमाने बिल बिजली कंपनियों द्वारा वसूल किये जा रहे हैं। बिजली कंपनी का दावा बिजली कंपनी के अधिकारी बड़े-बड़े दावे कर रहे हैं। वह कह रहे हैं, स्मार्ट मीटर सभी के लिए फायदेमंद है। स्मार्ट मीटर के कारण अब रीडिंग लेने की जरूरत नहीं पड़ेगी। मानवीय हस्तक्षेप नहीं होगा। जिसके कारण बिलों में कोई गड़बड़ी नहीं होगी। उपभोक्ता अपने दैनिक साप्ताहिक और मासिक खपत को देख सकते हैं। कितना बिल आ रहा है। इसकी जानकारी भी रख सकते हैं।बिजली कंपनी का यह कहना है।सुबह 9 बजे से लेकर शाम को 5 बजे तक जो बिजली उपयोग में लाई जा रही है। उसमें 20 फीसदी की छूट दी जा रही है। बिजली कंपनी के अधिकारी यह नहीं बता पा रहे हैं। जो रीडिंग और बिल आ रहे हैं।उन्हें किस तरीके से उपभोक्ता जांच सकता है। पिछले बिलों की तुलना में दो से तीन गुना ज्यादा बिल कैसे आ रहे हैं। इसका कोई जवाब बिजली कंपनियों के पास नहीं है। जिसके कारण अब जगह-जगह पर इसका विरोध हो रहा है। यह दिनों दिन उग्र होता जा रहा है। एसजे/15/10/2025