-रूस के डिप्टी पीएम का बड़ा दावा मास्को,(ईएमएस)। अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप जहां यह दावा कर रहे हैं कि भारत अब रूस से तेल नहीं खरीदेगा, वहीं रूस के उप-प्रधानमंत्री अलेक्जेंडर नोवाक ने बिलकुल उल्टा बयान देकर नया विवाद खड़ा कर दिया है। नोवाक ने कहा है कि भारत न केवल रूस से तेल की खरीद जारी रखे हुए है, बल्कि अब उसने रूसी तेल के भुगतान के लिए रूबल के साथ-साथ चीनी मुद्रा युआन में भी लेनदेन शुरू कर दिया है। रूस के सरकारी मीडिया को दिए एक इंटरव्यू में नोवाक ने कहा, भारत ने रूसी तेल के लिए कुछ भुगतान चीनी युआन में करना शुरू कर दिया है, हालांकि अधिकतर लेनदेन अभी भी रूबल में होते हैं। मुझे पता है कि इस तरह के भुगतान शुरू हो गए हैं, यह अलग बात है कि वर्तमान में इसका प्रतिशत कम है। पहले की रिपोर्टों के मुताबिक, भारत अब तक रूसी तेल के लिए ज्यादातर भुगतान भारतीय रुपये में करता रहा है। लेकिन रूस पर पश्चिमी देशों द्वारा लगाए गए प्रतिबंधों के बाद मॉस्को ने डॉलर से अलग वैकल्पिक मुद्राओं, जैसे युआन और यूएई दिरहम में व्यापार बढ़ाने की दिशा में कदम उठाया है। ऊर्जा एवं स्वच्छ वायु अनुसंधान केंद्र (सीआरईए) की रिपोर्ट के अनुसार, सितंबर महीने में भारत चीन के बाद रूस से कच्चा तेल आयात करने वाला दूसरा सबसे बड़ा देश बना रहा। वहीं मीडिया रिपोर्ट बताती है, कि 2022 में यूक्रेन युद्ध शुरू होने के बाद से भारत ने रूसी तेल आयात में कई गुना वृद्धि की है। रूस की ओर से दी जा रही भारी छूट के चलते अब भारत के कुल तेल आयात में रूसी तेल की हिस्सेदारी लगभग 40 प्रतिशत तक पहुंच गई है। हिदायत/ईएमएस 16अक्टूबर25