- गेस्ट फैकल्टी मामले में एनआरआई नर्सिंग कॉलेज को रजिस्ट्रार ने जारी किया नोटिस भोपाल(ईएमएस)। मध्यप्रदेश में नर्सिंग कॉलेजों में फैकल्टी और दस्तावेजों में हो रहे फर्जीवाड़े के खिलाफ एनएसयूआई प्रदेश उपाध्यक्ष रवि परमार द्वारा की शिकायत के बाद मध्यप्रदेश नर्सेस रजिस्ट्रेशन काउंसिल एक्शन मोड में आ गया है। गौरतलब है कि एनएसयूआई द्वारा बीते सप्ताह भोपाल क्राइम ब्रांच पहुंचकर एनआरआई नर्सिंग कॉलेज में फर्जी फैकल्टी, फर्जी मान्यता और दस्तावेजों की शिकायत प्रमाण सहित करते हुए इन गड़बड़ियों को लेकर कॉलेज संचालकों और नर्सिंग काउंसिल के अधिकारियों पर एफआईआर दर्ज करने की मांग की गई थी। शिकायत के बाद मध्यप्रदेश नर्सेस रजिस्ट्रेशन काउंसिल के रजिस्ट्रार ने कॉलेज संचालक को नोटिस जारी कर सात दिवस में जवाब मांगा है। यह नोटिस एनएसयूआई की शिकायत और प्रस्तुत सबूतों के आधार पर जारी हुआ है, जिसमें कॉलेज में फर्जी फैकल्टी दर्शाने और मान्यता के लिए गलत दस्तावेज़ प्रस्तुत करने जैसे गंभीर आरोप शामिल हैं। जारी नोटिस में कहा गया है की “शिकायत के संबंध में आप अपना लिखित स्पष्टीकरण पत्र नोटिस प्राप्ति की तिथि से सात दिवस के भीतर जमा करें। निर्धारित अवधि में स्पष्टीकरण प्रस्तुत न करने पर भविष्य में होने वाली किसी भी वैधानिक कार्यवाही हेतु आप स्वयं जिम्मेदार होंगे।” - अन्य फर्जी कॉलेजों के खिलाफ भी चलाया जाएगा अभियान एनएसयूआई प्रदेश उपाध्यक्ष रवि परमार ने कहा कि एनआरआई नर्सिंग कॉलेज लंबे समय से शासन-प्रशासन को गुमराह कर फर्जी तरीके से कॉलेज संचालित कर रहा है। हमने क्राइम ब्रांच से कॉलेज संचालकों जिसमें चेयरमैन सुबोध सिंह, वाइस प्रेसिडेंट डी. प्रमोद सिंह, सचिव जयश्री, सदस्य ममता गौतम और ज्योति गौतम पर एफआईआर दर्ज करने की मांग की थी। अब जब नर्सिंग काउंसिल ने नोटिस जारी किया है, तो यह हमारी शिकायतों की पुष्टि करता है। यदि क्राइम ब्रांच और काउंसिल कार्रवाई नहीं करते, तो एनएसयूआई साक्ष्यों के साथ माननीय न्यायालय की शरण लेगी।” वहीं संगठन के भोपाल जिला अध्यक्ष अक्षय तोमर ने कहा कि नर्सिंग शिक्षा में फैला भ्रष्टाचार और फर्जीवाड़ा विद्यार्थियों के भविष्य के साथ खिलवाड़ है। प्रदेश के कई निजी नर्सिंग कॉलेज वर्षों से फर्जी फैकल्टी और जाली दस्तावेज़ों के आधार पर मान्यता प्राप्त कर रहे हैं। एनएसयूआई ने जिस तरह एनआरआई नर्सिंग कॉलेज के खिलाफ ठोस सबूतों के साथ शिकायत की, उसी तरह अन्य फर्जी कॉलेजों के खिलाफ भी अभियान चलाया जाएगा। किसी भी कीमत पर छात्रों का भविष्य बर्बाद नहीं होने दिया जाएगा। जुनेद / 16 अक्टूबर