शाजापुर(ईएमएस)। सांप्रदायिक सोहार्द्र की मिसाल रहे स्व चांदमल रामजी की पुण्यतिथि भाईदूज पर मनाई गई। इस दौरान नगर के गणमान्य नागरिकों ने रामजी को श्रद्धांजलि दी। शहर के वजीरपुरा स्थित श्रीकृष्ण व्यायामशाला एवं बस स्टैंड पर गुरूवार को रामजी की प्रतिमा स्थल पर पुण्यतिथि कार्यक्रम का आयोजन कर रामजी की प्रतिमा पर माल्यार्पण किया गया। इस दौरान अतिथियों ने कहा कि चांदमलजी राम दूसरों के लिए जीते थे, चाहे वो किसी भी धर्म, समाज या सम्प्रदाय से ताल्लुक रखता हो। चांदमलजी राम का सभी से इंसानियत का नाता था, वे हर किसी को अपना समझते थे। अतिथियों ने कहा कि वर्ष 1988 का वो दर्दनाक हादसा आज भी नगरवासियों के जहन में ताजा है, जब रामजी ने दो मुस्लिम बच्चियों को बचाने में अपने प्राणों तक की आहुति दी थी। 1988 में पटाखों के विक्रेता अपनी दुकान चौक बाजार में लगाया करते थे। अज्ञात कारणों से एक पटाखा दुकान में आग लग गई थी, जिसने विकराल रूप धारण कर लिया था और देखते ही देखते कई दुकानें उसकी चपेट में आ गईं थी। इस भीषण अग्निकाण्ड में दो मुस्लिम बच्चियां भी फंसी हुईं थी, जिन्हें देखकर चांदमल जी ने आग के बीच कूदकर बच्चियों को बचा लिया और खुद बूरी तरह झुलस गए और कुछ दिनों बाद उनका दुःखद निधन हो गया था, तभी से प्रतिवर्ष दीपावली के बाद उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित की जाती है। श्रद्धांजलि देते समय गणमान्य नागरिक मौजूद रहे। अमजद खान, 23 अक्टूबर, 2025