राज्य
27-Oct-2025


* झारखंड के धनबाद निवासी ठग अमन नरेन्द्रनाथ वर्मा ने 35 से अधिक युवाओं को बनाया शिकार अहमदाबाद (ईएमएस)| शहर साइबर क्राइम ब्रांच ने एक ऐसे मास्टरमाइंड ठग को गिरफ्तार किया है, जो अलग-अलग केंद्रीय एजेंसियों में नौकरी दिलाने के नाम पर बेरोजगार युवाओं से लाखों रुपये वसूलता था। गिरफ्तार आरोपी का नाम 36 वर्षीय अमन नरेन्द्रनाथ वर्मा है। वह मूल रूप से झारखंड के धनबाद का मूल निवासी है, जिसने केवल 12वीं कक्षा तक पढ़ाई की है, लेकिन निजी रूप से कंप्यूटर इंजीनियरिंग का कोर्स किया है। आरोपी करीब 7 वर्ष तक बैंकिंग सेक्टर में भी नौकरी कर चुका है। अहमदाबाद साइबर क्राइम ब्रांच ने आरोपी अमन नरेन्द्रनाथ वर्मा को झारखंड से गिरफ्तार किया है। वह केंद्रीय सरकार की विभिन्न शाखाओं में नौकरी दिलाने के नाम पर लोगों को ठगने के कई मामलों में वांछित था। अमन अपने साथियों के माध्यम से नौकरी चाहने वाले युवकों और युवतियों से संपर्क करता था। वह खुद को किसी केंद्रीय एजेंसी का अधिकारी बताकर फर्जी पहचान बनाता और धोखाधड़ी की पूरी साजिश रचता था। अमन द्वारा रेलवे, इनकम टैक्स, फूड डिपार्टमेंट, स्वास्थ्य विभाग जैसी एजेंसियों के नाम से मिलते-जुलते फर्जी ईमेल आईडी बनाए गए थे। इन ईमेल्स से नौकरी चाहने वालों को इंटरव्यू के लिए बड़े शहरों की नामचीन होटलों में बुलाया जाता था। इंटरव्यू और कथित ट्रेनिंग के नाम पर वह प्रोसेसिंग फीस और अन्य शुल्क के बहाने लाखों रुपये वसूलता था, और फिर फोन उठाना बंद कर देता था। इसी तरह झारखंड सरकार के एक अधिकारी की बेटी से भी उसने इनकम टैक्स विभाग में नौकरी दिलाने के नाम पर 9 लाख 30 हजार रुपये की ठगी की थी। शिकायत के आधार पर साइबर क्राइम ब्रांच ने जांच शुरू की और पूरे गिरोह का पर्दाफाश किया। पूछताछ में सामने आया कि अमन वर्ष 2023 में भी सीबीआई द्वारा इसी तरह के अपराध में गिरफ्तार हो चुका था और जेल की सजा भी काट चुका था। जेल से छूटने के बाद उसने फिर से 14 नए ईमेल आईडी बनाए और भारतभर के 35 से अधिक नौकरी चाहने वालों से संपर्क कर लाखों रुपये की ठगी की। वह फर्जी जॉइनिंग लेटर भेजता, 7 दिन की ट्रेनिंग की बात करता और 12 लाख रुपये तक की फीस मांगता था। बातचीत के अनुसार जितनी रकम मिलती, वह ले लेता और फिर संपर्क तोड़ देता था। गिरफ्तारी के बाद पुलिस ने उसके पास से कई चेकबुक, एटीएम कार्ड, पेन ड्राइव, लैपटॉप और इनकम टैक्स विभाग के दो नकली पहचान पत्र जब्त किए हैं। अहमदाबाद साइबर क्राइम ब्रांच के एसपी हर्षद मांकडिया ने बताया कि आरोपी ने पिछले एक वर्ष में ही 35 युवाओं के साथ इस तरह की ठगी की है। मामले की आगे जांच जारी है। यह घटना उन सभी के लिए एक चेतावनी (लाल बत्ती) है, जो सरकारी नौकरी पाने के लिए शॉर्टकट अपनाने की सोचते हैं। सतीश/27 अक्टूबर