राज्य
28-Oct-2025


इन्दौर ( ईएमएस ) भाजपा के नगर मुख्यालय में मंगलवार को जो हुआ, उसने भाजपा की अनुशासन गाथा का वास्तविक चेहरा जनता के सामने ला दिया है। अध्यक्ष सुमित मिश्रा का पुतला फूंका गया, कार्यालय में कालिख पोती गई और संगठन का तथाकथित “अनुशासन” भीड़ के नारों में राख हो गया। प्रदेश कांग्रेस प्रवक्ता अमित चौरसिया ने कहा कि भाजपा की “पंच निष्ठा” अब “पट्ठा निष्ठा” में बदल गई है। सेवा की जगह सिफारिश, और कार्यकर्ता की जगह चापलूसों का जमावड़ा – यही भाजपा की असली संस्कृति बन गई है। “भाजपा में अब योग्यता नहीं, यारी चलती है; कुर्सी नहीं, कृपा से पद मिलते हैं। जो नेता का पट्ठा है, वही पट्ठाभिषिक्त होता है।” चौरसिया ने कहा कि भाजपा मंचों पर अनुशासन की बातें करती है, लेकिन संगठन में अनुशासन की डोर अब टूट चुकी है। प्रदेश से लेकर नगर तक पार्टी एक “पट्ठा मंडल” में बदल चुकी है, जहाँ जमीनी कार्यकर्ता केवल देखने वाले दर्शक बन गए हैं। कोई समय था जब भाजपा सेवा की बात करती थी, अब वही पार्टी कुर्सी-कल्चर में डूब चुकी है। भाजपा कार्यालय अब लोकतंत्र की प्रयोगशाला नहीं, पदलोलुपता और पट्ठावाद की मंडी है जहा पर राजनितिक चिंतन कम और व्यपारीक हित अधिक साधे जाते है।” उन्होंने व्यंग्यात्मक लहजे में कहा कि भाजपा कार्यकर्ता आज “दिन दयालु देव दुर्लभ दरी बिछाऊ योजना” के हितग्राही बन चुके हैं, एक ओर नेता मलाई बांट रहे हैं, दूसरी ओर कार्यकर्ता बस बिछाई गई दरी समेटने में लगे हैं। अमित चौरसिया ने कहा कि भाजपा में अब संघर्ष का नहीं, सिर्फ संघर्ष करने वालों को कुचलने का दौर है। संगठन का जो चेहरा कभी सेवा का प्रतीक था, वो अब गुटबाज़ी और आंतरिक विद्रोह का पोस्टर बन चुका है। “भाजपा की पंच निष्ठा अब पंच परेशानी बन चुकी है – जहाँ नेता सत्ता में मस्त हैं और कार्यकर्ता असंतोष में त्रस्त।” आनन्द पुरोहित/ 28 अक्टूबर 2025